जलाया PM मोदी का चित्र लगा रावण का पुतला, मचा बवाल
नई दिल्ली : विजयादशमी के अवसर पर रावण दहन के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर रावण के पुतले में लगा दी गई। पीएम मोदी के ही साथ अन्य नेताओं और लोगों के चित्र भी पुतले पर लगाकर जलाए गए। इस घटना के बाद सोश्यल मीडिया वेबसाईट फेसबुक पर इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है। दरअसल रावण दहन के इस कार्यक्रम में पीएम मोदी की तस्वीर लगाने से जमकर बवाल मच गया है।
अब इस मामले में पीएम मोदी के समर्थक आयोजकों को टटोल रहे हैं। हालांकि वीडियो प्रमाणिक है या नहीं इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। मगर इस घटना के पीछे एनएसयूआई का हाथ माना जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सनी धीमान जेएनयू में एनएसयूआई के अध्यक्ष रहे हैं। इस मामले में कहा गया है कि उक्त वीडियो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का है।
हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन इस मामले में कहा गया है कि जेएनयू में इस तरह से रावण दहन किए जाने को लेकर कहा गया है कि दशहरे पर अधर्म पर धर्म की जीत और अच्छाई की बुराई पर जीत का पर्व मनाया जाता है। पाप पर पुण्य की जीत, अत्याचार पर सदाचार की जीत क्रोध पर दया, क्षमा की जीत अज्ञान पर ज्ञान की विजय का पर्व मनाया जाता है और इसी दिन को यहां पर मनाया जा रहा है ऐसे में इस पर्व की सभी को शुभकामनाऐं। जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष धीमन ने कहा कि पीएम और बीकी नेताओं का पुतला मंगलवार की रात्रि में जएनयू कैंपस में सरस्तवी ढाबा के समीप जलाया गया।
उनका कहना था कि यहां पर झूठ, फरेब और जुमले का विरोध करते हुए रावण जलाया गया है। एक तरह से इन बुराईयों का पुतला जलाया गया है। उनका कहना था कि पीएम पद का हम सम्मान करते हें और मोदी को मोदी जी कहकर संबोधित करते हैं भाजपा के कार्यकर्ताओं की आदत हमारे अंदर नहीं है जो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गालियां देते रहते हैं।
आखिर देश में कानून है या नहीं पीएम मोदी कहते हैं मुझे मारो मगर दलितों को मत मारो। आखिर कड़ाई से दलित हत्या का विरोध क्यों नहीं किया जा सकता है। इस आयोजन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, बाबा रामदेव, साध्वी प्रज्ञा, नाथूराम गोडसे, आसाराम बापू और जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार के चित्रों को रावण के साथ जलाया गया।