बस्तर दशहरा : मांईजी के दरबार में हुई शस्त्र पूजा
जगदलपुर। विजया दशमी के मौके पर मंगलवार को मां दंतेश्वरी मंदिर में पारंपरिक शस्त्रों की पूजा की गई। इस मौके पर बस्तर राज परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस विधान में करीब दो सौ साल पुरानी मेघा बंदूक की पूजा विशेष रही।
राजपरिवार हर साल दशहरा के मौके पर अपने परंपरागत शस्त्रों की पूजा करता है वहीं अपनी कुल देवी मां दंतेश्वरी की भी वार्षिक पूजा में शामिल होते हैं। मंगलवार दोपहर राजपरिवार के सदस्य मांईजी के दरबार में एक़त्र हुए और मंदिर में रखे परंपरागत शस्त्रों की पूजा की। बताया गया कि मंदिर में करीब दो सौ साल पुरानी दो भरमार बंदूकें हैं। इनका उपयोग राजपरिवार की कुछ रानियां किया करती थीं।
उनके निधन के बाद बंदूकों को मंदिर में रखा गया था। दशहरा के मौके पर दोनों भरमार बंदूकों को विष्णु मंदिर के गर्भगृह से निकाल कर भैरव प्रतिमा के पास रख पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर राजपरिवार की राजमात कृष्णकुमारी देवी, कमलचंद भंजदेव, हरिहर चंद भंजदेव, राजपुरोहित श्रीपट्टजोशी आदि उपस्थित रहे।