हिजाब विवाद, समान नागरिक संहिता और योगी आदित्यनाथ पर केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने दी बेबाक राय
हिजाब कंट्रोवर्सी मुस्लिम लड़कियों का तरक्की रोकने के लिए
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने एशियानेट न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि हिजाब पर जो विवाद () पैदा किया गया है, वो बिल्कुल अनावश्यक है। इसके पीछे साजिश है। साजिश ये है कि भारत में जो नई नस्ल है, उसमें लड़कियां खासतौर से स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी में बहुत अच्छा परफॉर्म कर रही हैं। मुस्लिम बच्चियों की परफॉर्मेंस भी बहुत अच्छी है। यहां एक छोटा तबका है जो पहले तीन तलाक जारी रखना चाहता था वह इस पर चिंता व्यक्त कर रहा है कि कॉलेज जाने वाली मुस्लिम लड़कियों का आचरण ऐसा है जो दीन के लिए खतरा बन रहा है।
हिजाब का नौकरियों पर होगा असर
खान ने कहा कि ये वो माइंडसेट है, इसलिए ये हिजाब की कंट्रोवर्सी पैदा करके कॉलेज-यूनिवर्सिटी की एजुकेशन लड़कियां न हासिल कर सकें। अगर हिजाब पहनकर पढ़ाई कर भी ली तो उन्हें जो नौकरियां मिलनी हैं, उस पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। और ये वापस घर की चहारदीवारी के अंदर कैद हो जाएंगी। आज हमारी बच्चियां फाइटर जेट उड़ा रही हैं और भी कई काम पुरुषों से बेहतर कर रही हैं। इसलिए ऐसे अनावश्यक विवादों को खत्म कर देना चाहिए और बच्चों को कहना चाहिए कि वे अपनी शिक्षा की तरफ ध्यान दें। अपनी हालत को बदलने का एक ही तरीका है।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर क्या बोले?
यूनिफॉर्म सिविल कोड () पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि हमारे संविधान में इसका प्रावधान है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम वह माहौल पैदा करें जहां यूनिफॉर्म सिविल कोड वास्तविकता बन सके। यूनिफॉर्म सिविल कोड का मकसद सबके बीच समरूपता पैदा करना नहीं है। बल्कि इसका मकसद हो सकता है कि शादी के मामले में अधिकार समान हों। बाकी सभी धर्मों के रीति-रिवाजों की मनाही नहीं है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों की बड़ी तादाद उन देशों में रह रही है जहां यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है। वहां मुसलमानों को कोई दिक्कत नहीं है। ऐसे में अगर भारत में यह लागू हो जाएगा तो क्या हो जाएगा।
केरल पर योगी आदित्यनाथ के बयान पर बोले महामहिम
गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने केरल को लेकर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की टिप्पणी पर कहा कि इलेक्शन के बीच बहुत सारी चीजें कही जाती हैं। शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए इंसान को सब्र भी करना होता है, बर्दाश्त भी करना होता है और बहुत सी चीजों को नजरअंदाज भी करना होता है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स