ओमीक्रोन के नए BA.2 वैरिएंट ने बढ़ाई टेंशन, एक्सपर्ट बोले- संक्रमण तेज…हो सकता है ज्यादा खतरनाक
नए वेरिएंट को लेकर क्या बोले मेडिकल एक्सपर्टमेडिकल एक्सपर्ट डॉ. एम वली ने कहा कि ओमीक्रोन के नए BA.2 वैरिएंट () का संक्रमण काफी तेजी से हो रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हम वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) को हल्के में ले रहे हैं। उन्होंने लोगों से कोरोना वैक्सीन लेने की भी अपील की है। वही ओमीक्रोन के नए वैरिएंट के संक्रमण को लेकर केंद्र की ओर से जानकारी दी गई है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के निदेशक सुजीत कुमार सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत में ओमीक्रोन के सब स्ट्रेन बीए.2 का प्रसार धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
केंद्र ने कहा- ओमीक्रोन के सब-वैरिएंट BA.2 के मामले ज्यादा मिल रहेस्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि ओमीक्रोन सब-वैरिएंट BA.2 के मामले देश में BA.1 वैरिएंट की तुलना में ज्यादा मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत में बीए.3 सब-वैरिएंट का अभी तक पता नहीं चला है। उन्होंने आगे कहा कि पहले यात्रियों से एकत्र किए गए सैंपल्स में बीए.1 वैरिएंट प्रमुख था। अब सामुदायिक स्तर पर भी हमने पाया है कि बीए.2 सब-वैरिएंट धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
जनवरी में अब तक 9,672 ओमीक्रोन मामले पाए गए
ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के बारे में बात करते हुए सिंह ने कहा कि अब तक प्राप्त कुल जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में से जनवरी महीने में इस वैरिएंट के मामले बढ़ते पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मिले कुल रिपोर्टों में से पिछले साल दिसंबर में 1,292 ओमीक्रोन मामले पाए गए, जबकि डेल्टा मामलों की संख्या 17,000 से अधिक थी। सिंह ने कहा कि जनवरी में अब तक 4,779 डेल्टा मामलों के मुकाबले 9,672 ओमीक्रोन मामले पाए गए हैं, जिसमें 3,201 एवाईसी वैरिएंट और 1,578 डेल्टा वैरिएंट के मामले शामिल हैं।
डेल्टा वैरिएंट अभी तक गया नहीं है : केंद्रसिंह ने कहा कि मुख्य रूप से तीन राज्यों – महाराष्ट्र, ओडिसा और पश्चिम बंगाल ने जीनोम सीक्वेंसिंग के आधार पर डेल्टा वैरिएंट की सूचना दी है। इसका मतलब यह नहीं है कि हर जगह केवल ओमीक्रोन वैरिएंट ही पाया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि डेल्टा वैरिएंट अभी तक नहीं गया है। कोविड की मृत्यु के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि ऐसे मामले उन लोगों में देखे जा रहे हैं, जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है और जिन्हें पहले से ही कोई बड़ी बीमारी रही है। ऐसे लोग ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने कहा, दिल्ली में मरने वालों में लगभग 64 फीसदी लोग ऐसे समूह से थे, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ था।
आईसीएमआर प्रमुख बलराम भार्गव ने कहा कि वैक्सीन भारत के लिए फायदेमंद रहे हैं। उन्होंने टीकाकरण में पिछड़ रहे राज्यों से अभियान को तेज करने का आग्रह किया। भार्गव ने कहा, टीका लगाए गए लोगों की तुलना में टीके से होने वाली मौतों में काफी कमी आई है। देश में लगभग 95 फीसदी वयस्क आबादी ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली है, जबकि 74 फीसदी को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है।
(आईएएनएस से इनपुट के साथ)
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स