अपर्णा को बहुत शुभकामनाएं… परिवार में टूट पर बोले अखिलेश- नेतीजी ने बहुत मनाया
समाजवादी पार्टी के मुखिया ने अपने छोटे भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव का टिकट काटे जाने और फिर उनके बीजेपी में शामिल होने पर कहा कि अभी तो बहुत सी सीटों पर प्रत्याशी तय ही नहीं हुए हैं। अखिलेश ने दावा किया कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने अपर्णा को मनाया लेकिन वो नहीं मानीं। उनके उन्होंने आजमगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की और सवाल पर सीधा जवाब देने से कन्नी काट गए।
नेताजी ने अपर्णा को समझाया, लेकिन…
क्या नेताजी का आशीर्वाद अपर्णा के साथ होगा? इस सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘नेताजी ने बहुत कोशिश की समझाने की।’ उन्होंने अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने को समाजवादी विचारधारा का विस्तार बताया। अखिलेश बोले, ‘हमें खुशी इस बात की है कि समाजवादी विचारधारा का विस्तार हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि हमारी विचारधारा वहां भी पहुंचेगी तो संविधान और लोकतंत्र को बचाने का काम होगा।’ अपर्णा का टिकट काटे जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘टिकट अभी पूरे नहीं बंटे हैं। टिकट किसे मिलना है और किसे नहीं मिलेगा, यह क्षेत्र और जनता पर निर्भर करता है और हमारी इंटर्नल सर्वे रिपोर्ट पर भी निर्भर करता है।’
आजमगढ़ से चुनाव लड़ने की अटकलों पर क्या बोले अखिलेश
अखिलेश ने आजमगढ़ से विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों पर कहा, ‘आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही चुनाव लड़ूंगा, अगर चुनाव लड़ता हूं। उनसे अनुमति इसलिए लेनी पड़ेगी क्योंकि वहां के लोगों ने मुझे जिताया है।’ ध्यान रहे कि अखिलेश आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र से ही अभी लोकसभा सांसद हैं।
चाचा शिवपाल के सवाल पर अखिलेश ने ली चुटकी
एक पत्रकार ने जब उनसे कहा कि बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत बाजपेयी का कहना है कि शिवपाल यादव उनके संपर्क में हैं। इस पर अखिलेश ने चुटकी लेते हुए कहा कि वो (बाजपेयी) भी बता दें कि वो खुद किसी के टच में हैं। ध्यान रहे कि शिवपाल यादव अखिलेश के चाचा हैं जिन्होंने अलग पार्टी बना ली है। हालांकि, इस चुनाव में उनका समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो गया है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी अगर कहती है कि उनके परिवार या सपा के अन्य नेता उसके टच में है तो उसके भी कई नेता हमारे टच मे हैं, वो तो मैंने ही तीन दिन पहले मना कर दिया कि अब बीजेपी से किसी को सपा में नहीं लेंगे।
बहाल करने का वादा
सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद समाजवादी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार की सरकार में समाजवादी पेंशन योजना के तहत गरीब परिवारों को सालाना 6 हजार रुपये मिलते थे, इस बार सरकार बनने पर यह रकम दो गुना बढ़ाकर सालाना 18 हजार रुपये किया जाएगा। अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पिछली बार यूपी की समाजवादी पार्टी की सरकार ने समाजवादी पेंशन योजना चल रही थी। उससे 50 लाख परिवारों को मदद मिल रही थी। बीपीएल परिवार को प्रति वर्ष 18,000 रुपये किया जाएगा। साल में छह हजार रुपये मिलते थे।’
अखिलेश ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाकर किए वादे
अखिलेश ने 2012 से 2017 की अपनी सरकार की कई उपलब्धियों का बखान किया और कुछ वाकये याद किए। उन्होंने कहा कि बनारस में मुशहर जाति के परिवारों की दुर्दशा का पता चला तो उन्हें समाजवादी लोहिया आवास से जोड़कर महिलाओं को समाजवादी पेंशन योजना का लाभ दिया। इसी तरह, देवगढ़ गया तो जनजाति परिवारों से मिला। तब पता चला कि वो टीन या पॉलिथीन की झोपड़ी में रह रहे हैं। उसी वक्त डीएम को पूरे गांव को लोहिया आवास योजना से जोड़ने का आदेश दिया और कुछ दिनों पहले जब ललितपुर गया तो पता चला कि उस समय पूरे गांव को लोहिया आवास योजना से जोड़ा गया था और समाजवादी पेंशन योजना का भी लाभ दिया गया था।
स्नैक चार्मर्स विलेज बनाने का आश्वासन
अखिलेश ने बताया, ‘लखनऊ में पीजीआई के पास संपेरे रहते थे। आवास विकास माध्यम से उनकी जगह ले ली गई थी और उन्हें कोई मदद नहीं मिली थी। समाजवादी सरकार बनी थी तो लोहिया विकास और समाजवादी पेंशन योजना से उन्हें जोड़ने का काम शुरू हुआ था। हमने एक्सप्रेसवे के किनारे स्नैक चार्मर्स विलेज (संपेरा गांव) बनाया जाएगा। इस बार सपा सरकार बनेगी तो संपेरा गांव बनाया जाएगा।’
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स