मंत्री टेनी से बीजेपी बना रही दूरी? यूपी चुनाव के लिए 30 स्टार प्रचारकों में नाम नहीं
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए भाजपा ने 30 नेताओं की सूची जारी की है, जो पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। स्टार प्रचारकों की इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत हेमा मालिनी, स्मृति इरानी, मुख्तार अब्बास नकवी का नाम शामिल है। गौर करने वाली बात यह है कि यूपी का होने के बावजूद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी का नाम इस लिस्ट में नहीं है। हाल के महीनों में वरुण गांधी ने योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर कई सवाल खड़े किए थे। इस लिस्ट में उनका भी नाम नहीं है। वरुण के साथ-साथ उनकी मां मेनका गांधी को भी स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया है।
बीजेपी की इस लिस्ट से साफ है कि पार्टी यूपी चुनाव को किसान आंदोलन की परछाईं से दूर रखना चाहती है। भले ही आंदोलन समाप्त हो चुका है और सरकार ने तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस ले लिया है पर किसान नेताओं की एक बड़ी मांग अब भी बनी हुई है। किसानों की मांग है कि लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाए जाने के मामले पर सख्त ऐक्शन लेते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को उनके पद से हटाया जाए।
मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को लखीमपुर कांड का आरोपी बनाया गया है। लेकिन ब्राह्मण पहलू देख भाजपा शायद इस्तीफा लेने से हिचकती आ रही है। पिछले महीने के आखिरी हफ्ते में वह गृह मंत्रालय की एक अहम बैठक में शामिल हुए थे।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी खीरी लोकसभा सीट से सांसद हैं। पिछले साल जुलाई में केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार में उन्हें राज्य मंत्री का ओहदा दिया गया था। टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को यूपी चुनाव में ब्राह्मणों की नाराजगी कम करने के एक प्रयास के तौर पर देखा गया। दरअसल, विकास दुबे कांड के बाद से ही योगी सरकार पर ‘ब्राह्मणों का शोषण’ करने के आरोप लगने लगे थे।
सपा, बसपा और कांग्रेस तक ने अचानक अपना रुख बदला और ‘ब्राह्मण तुष्टीकरण’ करना शुरू कर दिया गया। एक बड़े वोटबैंक को हाथ से फिसलता देख बीजेपी ने भी अपना दांव चला। पार्टी ने अजय मिश्र टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया और इलाके के दूसरे बड़े ब्राह्मण नेता जितिन प्रसाद को कांग्रेस से बीजेपी में लाकर योगी सरकार में मंत्री बनाया। लेकिन अजय मिश्र टेनी लखीमपुर कांड के बाद विवाद में घिर गए। अब बीजेपी की लिस्ट आने के बाद साफ है कि भाजपा भले ही इस्तीफा नहीं ले रही है पर वह उनसे दूरी बनाए रखना चाहती है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स