भारत-रूस नेवी ने की जॉइंट एक्सरसाइज, समुंदर में खलबली मचाता स्वदेशी मिसाइल विध्वंसक
भारतीय की तीनों सेनाएं आधुनिक हथियारों से लैस होती जा रही हैं। पहले ज्यादातर सामानों के लिए हम लोग विदेशी मुल्कों पर निर्भर होते थे मगर अब सेनाओं के हथियार भारत में ही बनकर तैयार हो रहे हैं। भारतीय नौसेना के लिए स्वदेशी रूप से डिजाइन मिसाइल विध्वंसक, आईएनएस कोच्चि को अरब सागर में रूसी नौसेना के साथ अभ्यास किया। इस तरह के युद्धाभ्यास रणनीतिक और कूटनीतिक तरीके से भी बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
भारत-रूस के संबंधबीते बृहस्पतिवार सी नौसेना के तीन जहाज दो दिवसीय सद्भावना यात्रा पर केरल के कोच्चि तट पर पहुंच गए थे। इंडियन नेवी ने एक बयान में कहा था कि यात्रा के दौरान रूसी नौसेना और भारतीय नौसेना के बीच विभिन्न पेशेवर चर्चा की योजना है। इसमें कहा गया है कि तीन रूसी जहाज-मिसाइल क्रूजर वरयाग, विध्वंसक एडमिरल ट्राइबज और टैंकर बोरिस बुटोमा–कोच्चि से शुक्रवार को रवाना हो जाएंगे।
विध्वंसक की खासियतें163 मीटर लंबे युद्धपोत में 7,400 टन का पूर्ण भार विस्थापन और अधिकतम गति 30 समुद्री मील है। परियोजना की कुल स्वदेशी सामग्री लगभग 75 प्रतिशत है। ‘फ्लोट’ और ‘मूव’ श्रेणियों में असंख्य स्वदेशी उपकरणों के अलावा, विध्वंसक को प्रमुख स्वदेशी हथियारों के साथ भी स्थापित किया गया है। इसकी डिलीवरी भारत सरकार और भारतीय नौसेना द्वारा भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्षों के हिस्से के रूप में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर दिए जा रहे प्रोत्साहन की पुष्टि है।
ब्रह्मोस से भी ज्यादा आधुनिकये जहाज़ ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों और लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) से लैस हैं। जहाज़ में मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM), स्वदेशी टारपीडो ट्यूब लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर और 76 मिमी सुपर रैपिड गन माउंट जैसी कई स्वदेशी हथियार प्रणालियां हैं। इसमें हवा, सतह या जल के नीचे मौजूद किसी भी प्रकार के खतरे से नौसेना के बेड़े की रक्षा के लिये गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर्स की भी तैनाती की गई है।
पूरी तरह से स्वदेशी मिसाइलमेसर्स मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुंबई में प्रोजेक्ट 15बी (P 15B) के चार गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर निर्माणाधीन हैं। इन चार जहाज़ों के निर्माण का अनुबंध वर्ष 2011 में हुआ था। ये जहाज़ अत्याधुनिक हथियार/सेंसर पैकेज, उन्नत स्टील्थ सुविधाओं और उच्च स्तर के स्वचालन के साथ दुनिया के अधिक तकनीकी रूप से विकसित स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर हैं।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स