सिखों को भारतीय सेना से हटाने का वीडियो फर्जी, पुलिस ने दर्ज किया केस
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दरअसल, वीडियो मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक का था, जो प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद नौ दिसंबर, 2021 को हुई थी। वीडियो विभिन्न समाचार पोर्टलों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आसानी से उपलब्ध था।
पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ) के पी एस मल्होत्रा ने कहा, ‘दुश्मनी को बढ़ावा देने और सांप्रदायिक वैमनस्य को भड़काने के खराब इरादे से वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई और एक नया वॉइस ओवर लगाया गया जिसमें कथित व्यक्तियों ने यह दिखाने की कोशिश की कि बैठक सिख समुदाय के खिलाफ थी।’
पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट किया, ‘वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में दावा किया गया कि सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति की बैठक में सिखों को भारतीय सेना से हटाने का आह्वान किया गया था। दावा फर्जी है। ऐसी कोई चर्चा/बैठक नहीं हुई है।’
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स