प्रियंका गांधी ने 'धर्म संसद' में दिए 'नफरत भरे भाषण’ की निंदा की, कड़ी कार्रवाई की मांग की
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने हरिद्वार में हाल ही में ‘धर्म संसद’ में कथित तौर पर दिए गए नफरत भरे भाषणों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और इस तरह का करतूत संविधान और कानून का उल्लंघन हैं।
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले ने भी कथित भाषण की आलोचना की और हरिद्वार में आयोजित ‘धर्म संसद’ के आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ‘धर्म संसद’ में कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ ‘हेट स्पीच’ दी गई। उन्होंने इस बारे में हरिद्वार जिले के ज्वालापुर थाने में एक शिकायत भी दर्ज कराई है।
हरिद्वार के भाषणों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ‘इस तरह से नफरत और हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।’
उन्होंने ट्वीट किया, ‘यह बेहद निंदनीय है कि वे हमारे माननीय पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या करने और विभिन्न समुदायों के लोगों के खिलाफ हिंसा करने का आह्वान करने के बाद भी यूं ही बच जाएं।’ कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ऐसे कृत्य संविधान एवं कानून का उल्लंघन हैं।
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं ने गुरुवार को हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम की निंदा करते हुए उसे, ‘हेट स्पीच कॉन्फ्रेंस’ बताया और उसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
जूना अखाड़ा के यति नरिसम्हानंद गिरि की तरफ से 17 से 20 दिसंबर तक हरिद्वार के वेद निकेतन धाम में ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था। पुलिस कथित तौर पर नफरत फैलाने वाले भाषण देने और मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काने को लेकर गिरि के खिलाफ जांच कर रही है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स