कभी बड़े नेता ने कहा था- 'सड़क का गुंडा', आज सीडीएस का कटआउट इंदिरा के साथ लगाया तो निशाने पर आ गई कांग्रेस

कभी बड़े नेता ने कहा था- 'सड़क का गुंडा', आज सीडीएस का कटआउट इंदिरा के साथ लगाया तो निशाने पर आ गई कांग्रेस
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

नई दिल्ली
‘पाकिस्तान एक ही चीज़ कर सकता है कि जाके इस तरह की ऊल-जुलूल हरकते करे और अपने बयानबाजी दे। खराब तब लगता है जब हमारे भी थल सेनाध्यक्ष एक सड़क के गुंडे की तरह अपने बयान देते हैं। पाकिस्तान दे तो दे वो तो हैं ही… उनकी तो फौज में क्या रखा है… वो तो माफिया टाइप के लोग हैं। लेकिन हमारे सेनाध्यक्ष भी इस तरह के बयान क्यों देते हैं, वो मुझे लगता है।’जानते हैं ये बयान किसने दिया था। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने। इस बयान के बाद काफी हंगामा हुआ। बीजेपी ने मांफी मांगने की मांग की मगर विवाद से बचने के लिए पार्टी नेता मीम अफजल को सामने लाया गया।

पांच साल बाद क्यों जिक्र हुआ इस बयान काशायद एक बात दिमाग में घर कर रही होगी कि आखिरकार पांच साल बाद इस बात का जिक्र हम क्यों कर रहे हैं। दरअसल, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तराखंड में विजय सम्मान रैली को संबोधित कर रहे थे। उस दौरान बड़े-बड़े कटाउट्स पर लोगों की नजर गईं। उस कटाउट्स में सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, सीडीएस बिपिन रावत और तीसरे और आखिरी कटाउट्स में राहुल गांधी थे।

रैली में सियासतरैली में ये दिखाने पर जोर दिया गया कि गांधी परिवार ने भी देश के लिए कुर्बानी दी थी। ये बात बिल्कुल सही है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार जैसा कठोर कदम उठाने की अगर किसी में हिम्मत थी तो वो इंदिरा गांधी ही थीं। लेकिन किसी पार्टी के दो स्टैंड कैसे हो सकते हैं अगर वो डबल स्टैंड रखता है तो फिर सही मायने में उसका कोई अपना मत है ही नहीं। तब आर्मी चीफ बिपिन रावत को सड़क का गुंडा कहने वाली पार्टी आज उन पर इतना मेहरबान क्यों हो रही है।

कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता थे संदीप दीक्षितसवाल यहां पर ये भी उठता था कि अगर किसी पार्टी के नेता से ऐसा कोई बयान दिया जिससे पार्टी का कोई वास्ता नहीं है तो पार्टी आलाकमान इसका खंडन करता है और पार्टी नेता पर कार्रवाई करता है मगर कांग्रेस आलाकमान ने कोई खंडन नहीं किया न ही नेता को बर्खास्त किया। हालांकि यहां पर ये भी साफ कर दूं कि पार्टी के नेता मीम अफजल ने कहा कि हम आर्मी का सम्मान करते हैं। आर्मी चीफ के लिए ऐसी बयानबाजी पर मुझे अफसोस है। संदीप को ऐसा नहीं कहना चाहिए।

कन्हैया कुमार के विवादित बयानकांग्रेस पार्टी में हाल ही में एक नेता और शामिल हुए हैं। उनका नाम है कन्हैया कुमार। कन्हैया कुमार ने आर्मी के जवानों को बलात्कारी तक कह डाला था। कांग्रेस में उनके आगमन पर खूब चर्चा हुई थी। कन्हैया कुमार का बयान था 8 मार्च 2016 के दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा था, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप हमें रोकने के लिए कितनी कोशिशें करते हैं, हम मानवाधिकार उल्लंघनों के बारे में बोलेंगे। हम आर्म्स फोर्सेस स्पेशल पावर ऐक्ट के खिलाफ भी बोलेंगे। हालांकि हम अपने सैनिकों का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन फिर भी हम बोलेंगे कि कश्मीर में सैनिकों ने महिलाओं के साथ बलात्कार किया है।’

कन्हैया ने आगे कहा था, ‘रवांडा में एक युद्ध के दौरान 1,000 महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ। अफ्रीका में जातीय संघर्षों के दौरान जब सैनिकों ने अन्य समूहों पर हमला किया, तो सबसे पहले उनकी महिलाओं के साथ बलात्कार किया। आप गुजरात दंगों का उदाहरण ले लीजिए। वहां महिलाएं ना केवल मारी गईं, बल्कि पहले उनके साथ बलात्कार किया गया।’ आज वो नेता पार्टी का नेता है और उनकी विचारधारा का सम्मान करता है।

क्या बोले राहुल गांधी?विजय सम्मान रैली का आयोजन देहरादून में किया गया था। इसके सियासी मायने भी हैं। अगले साल यूपी, उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। राहुल गांधी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। 16 दिसबंर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज के दिन पाकिस्तान ने भारत के आगे घुटने टेके थे। भारत के पराक्रमी वीर योद्धाओं सैनिकों ने पाकिस्तान को उन्हीं के घर में घुसकर पाकिस्तान का विभाजन करा दिया था। उस वक्त देश में इंदिरा गांधी की सरकार थी।

रैली में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तस्वीरराहुल गांधी ने सबसे पहले अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का पोस्टर लगवाया गया था। रैली में वो बोले कि 1971 की लड़ाई के 50 साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखंड में इस लड़ाई को लेकर कई सारी बातें कहीं। विजय दिवस के 50 साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस की ओर से देहरादून में आयोजित रैली को संबोधित करते राहुल गांधी ने इस लड़ाई में भारत को कैसे जीत मिली वो कारण गिनाए साथ ही केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि विजय दिवस के मौके पर दिल्ली में कार्यक्रम हुआ और उस कार्यक्रम में जिसने 32 गोलियां झेलीं उनका नाम तक नहीं है। सच्चाई से सरकार डरती है। नाम हो या न हो इंदिरा गांधी ने अपना खून देकर इस देश के लिए क्या किया सबको पता है।

बीजेपी का हमलाबीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। ये भी एक पोस्टर का वीडियो का जिसमें लिखा है कि क्या सेना को बलात्कारी कहने वाले करेंगे सेना का सम्मान। उन्होंने लिखा ‘उत्तराखंड ने कांग्रेस और राहुल गांधी के पाखंड को दर्शाते हुए रैली स्थल के रास्ते में इन पोस्टरों के साथ उनका स्वागत किया। कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि वह वर्दी में हमारे पुरुषों को बदनाम करके फिर उनके नाम पर राजनीतिक लाभ हासिल नहीं कर सकती है। ऐसी नीच राजनीति पर शर्म आती है।’ दरअसल, उनका इशारा कन्हैया कुमार पर था जोकि अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस को घेरासंसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे केवल नाटक कर रहे हैं। वे अब उत्तराखंड में राजनीतिक लाभ के लिए रैलियों में जनरल बिपिन रावत के पोस्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा है कि जब बिपिन रावत को जनरल बनाया गया था तब कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया था, उनको सड़का का गुंडा बोलकर बयानबाजी की थी। अब उत्तराखंड में चुनाव है तो कांग्रेस पार्टी उनके पोस्टर, फोटो अपनी रैली में इस्तेमाल कर रही है। कांग्रेस पार्टी को शर्म आनी चाहिए।

अंत में एक ग़ज़ल यहां पर याद आ रही है..अंजना सिंह सेंगर ने खूबसूरती से इसको लिखा है
हर वक़्त सियासत ठीक नहीं
बे-बात की हुज्जत ठीक नहीं

देखो न नफ़ा नुक़सान अभी
लाशों की तिजारत ठीक नहीं

जब चीख़ रही हो पांचाली
पांडव की सदाक़त ठीक नहीं

हाथ उन के दामन छूने लगें
इतनी भी शराफ़त ठीक नहीं

तुम भी कुछ टूटे फूटे हो
रिश्तों की भी हालत ठीक नहीं

सच को सच ‘अंजना’ लिख देना
झूटों से मुरव्वत ठीक नहीं

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.