बालको की ‘नई किरण’ परियोजना से महिलाओं को मिला माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन प्रशिक्षण
4 दिसंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने सामुदायिक विकास परियोजना ‘नई किरण’ के अंतर्गत कार्यशाला आयोजित की। इसका उद्देश्य महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को माहवारी स्वास्थ्य एवं प्रबंधन के अनेक आयामों से परिचित कराना था। 28 नवंबर से 4 दिसंबर, 2021 तक आयोजित कार्यशाला स्वयंसेवी संगठन सार्थक जन विकास संस्थान (एसजेवीएस) के सहयोग से संपन्न हुई।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को माहवारी की जैविक प्रक्रिया और उसके महत्व, शारीरिक परिवर्तनों, हार्मोन संबंधी बदलावों, विभिन्न बीमारियों से बचाव, पोषण आहार की भूमिका, सामाजिक भ्रांतियों, लैंगिक असमानता और माहवारी के प्रति जागरूकता मंे पुरुषों की भूमिका से अवगत कराया गया। 175 प्रतिभागियों में महिलाओं और किशोरी बालिकाओं के अलावा स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, किशोर बालकों के साथ अनेक नागरिक शामिल थे।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने सामाजिक चेतना की दृष्टि से महत्वपूर्ण आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। ‘नई किरण’ परियोजना के अंतर्गत लक्षित महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के लिए उन्हें अनेक गतिविधियों से जोड़ा गया है। कार्यशाला की प्रतिभागी महिलाएं समाज की अन्य महिलाओं को जागरूक बनाने में योगदान देंगी। कार्यशालाओं के जरिए जागरूकता का संचार कर हम अपनी बेटियों और समाज के लिए सुरक्षित भविष्य का निर्माण कर रहे हैं।
कार्यशाला की प्रतिभागी मितानिन श्रीमती सावित्री श्रीवास ने बताया कि माहवारी स्वच्छता और स्वास्थ्य प्रबंधन के नजरिए से अनेक नई बातें सीखने को मिलीं। माहवारी संबंधी अनेक भ्रांतियां दूर हुईं। इससे महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने में मदद मिलेगी। प्रशिक्षण के बाद महिलाएं इस विषय पर खुलकर चर्चा कर सकने में सक्षम हुई हैं। कार्यशाला के विशेषज्ञ श्री ओम प्रकाश ने बताया कि माहवारी स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण से महिलाओं तक सही जानकारी पहुंचाने में मदद मिलती है।
बालको ने वर्ष 2019 से सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग से कोरबा जिले के गांवों एवं नगर पालिक निगम क्षेत्रों में माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता परियोजना लागू की। इसके दायरे में लगभग 24000 महिलाएं और किशोरी बालिकाएं शामिल हैं। परियोजना के अंतर्गत जी-9 समूह (सरपंच, मितानिन, पार्षद, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्व सहायता समूह की क्लस्टर अध्यक्ष) का गठन किया गया है। इस समूह के सदस्य माहवारी संबंधी जागरूकता लक्षित नागरिकों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। परियोजना के अंतर्गत बालकोनगर में महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन बनाने का प्रशिक्षण देने के लिए बालको द्वारा एक इकाई स्थापित की गई है।