सोनिया-राहुल पर हमले का मकसद कांग्रेस को कमजोर और मोदी को मजबूत करना है, सुरजेवाला ने सिब्बल-आजाद को लपेटा
कांग्रेस के ‘G-23’ समूह के प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक के बाद घोषित संगठनात्मक चुनाव के कार्यक्रम का स्वागत किया और सोनिया गांधी के नेतृत्व की सराहना की। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक रचनात्मक थी और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। हालांकि इस बैठक में ‘G-23’ समूह के नेताओं को सोनिया गांधी ने साफ मेसेज दिया कि मीडिया के बजाय मुझसे बात करें, पार्टी मैं संभाल रही हूं।
पार्टी नेतृत्व पर हमले का मकसद मोदी को मजूबत करना हैः सुरजेवाला
इस बैठक में राहुल गांधी के करीब माने जाने वाले कुछ नेताओं ने ‘G-23’ को निशाने पर भी लिया। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ‘G-23’ के नेताओं पर हमला करने में सबसे आगे रहे। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि पार्टी नेतृत्व पर हमले का मकसद कांग्रेस को कमजोर करना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं को पर्दे के पीछे बात करने की बजाय नेतृत्व के समक्ष अपनी चिंताएं प्रकट करनी चाहिए।
G-23 नेताओं के बयान से काफी असहज था कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व
वहीं, G-23 समूह के नेताओं में प्रमुख पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि हर स्तर पर चुनाव की घोषणा स्वागत योग्य कदम है। आपको बता दें कि कुछ बड़े नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने के बाद बीते करीब डेढ़ साल से कांग्रेस में संगठनात्मक चुनाव की लगातार मांग हो रही थी। इस मांग से कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व काफी असहज भी था। ऐसे में शनिवार को हुई बेहद महत्वपूर्ण थी।
G-23 को साफ मेसेज दे गई सोनिया
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने जिस तरह अनुशासन और सेल्फ कंट्रोल की बात की, उससे लगता है कि वह पार्टी के मंचों से इतर दिए जा रहे बयानों पर सख्त होंगी। पिछले दो साल में कई वरिष्ठ नेताओं ने नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए पार्टी छोड़ी है। गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल जैसे वरिष्ठ कांग्रेसियों का गुट G-23 लगातार कांग्रेस नेतृत्व को असहज करने वाले बयान देता रहा है। ये नेता संगठन में व्यापक बदलाव और जल्द से जल्द नए अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स