नाम और गाड़ी नंबर के साथ आतंकियों ने तैयार की है 200 लोगों की हिटलिस्ट, खुफिया एजेंसियों ने किया अलर्ट
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत के खिलाफ बड़ी साजिश रच रही है। पाकिस्तान के आतंकी समूह कश्मीर में एक नया आतंकी संगठन बनाने की कवायद में लगे हैं। इसकी हिट लिस्ट में 200 लोग हैं। इनमें कश्मीरी पंडित, नेता, मीडियाकर्मी, इंडस्ट्रियलिस्ट से लेकर गैर-स्थानीय लोग शामिल हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों को इस बारे में अलर्ट किया गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
बताया गया है कि आईएसआई समर्थित आतंकी समूहों ने 200 लोगों की लिस्ट बनाई है। यह लिस्ट उनके गाड़ी के नंबरों के साथ बनाई गई है।आतंकी समूहों ने कश्मीर में एक नया मुखौटा संगठन बनाने की तैयारी तेज कर दी है। यह सुरक्षा बलों, उनके सूत्रों, सरकार के करीब समझे जाने वाले मीडियाकर्मियों, घाटी में गैर-स्थानीय लोगों, कश्मीरी पंडितों, उद्यमियों, सत्तारूढ़ दल के नेताओं और खुफिया सूत्रों को निशाना बनाएगा। यही नहीं, इन पर हमले की जिम्मेदारी भी लेगा।
इनपुट से पता चलता है कि सितंबर के अंतिम हफ्ते में अलग-अलग तंजीमों (आतंकी समूहों) के प्रमुखों के साथ आईएसआई के आला अधिकारियों ने बैठक की थी। यह बैठक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में हुई थी।
खुफिया जानकारी के अनुसार, इसी बैठक में एक नया मुखौटा आतंकी संगठन बनाने का फैसला किया गया। यह आतंकी समूह भविष्य में टारगेट किलिंग को अंजाम देगा। इसकी जिम्मेदारी भी अपने सिर लेगा। यही नहीं, ऑपरेशन के लिए संसाधन जुटाना, लोगों को तैयार करना और नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना भी इसी के जिम्मे होगा।
पिछले साल बना द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF)
बीते साल आईएसआई ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लिए द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नाम का मुखौटा संगठन शुरू किया था। यह अभी कश्मीर में ज्यादातर हमलों की जिम्मेदारी लेता है। ताजा अलर्ट से पता चलता है कि टारगेट किलिंग का सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है। यह जारी रहेगा। आतंकियों के निशाने पर कश्मीर में आरएसएस और बीजेपी से जुड़े गैर-स्थानीय लोग भी हैं।
इंटेलिजेंस इनपुट से पता चलता है कि हत्याओं के लिए हथियार और एक्सप्लोसिव को उरी और तंगधार सेक्टर में स्मलिंग के रास्ते नियंत्रण रेखा (LoC) पार कराकर लाया जा रहा है। कश्मीर के भीतर और बाहर पुलिस बलों और सुरक्षा इकाइयों को चौंकन्ना रहने के लिए कहा गया है।
कश्मीर में भंग है शांति पिछले कुछ समय से कश्मीर में शांति पूरी तरह भंग है। इस केंद्र शासित प्रदेश में कई निर्दोष लोगों की चुन-चुनकर हत्याएं की गई हैं। इन टारगेट किलिंग में सिखों, कश्मीरी पंडितों के साथ गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया गया है।
हाल में 68 वर्षीय केमिस्ट माखनलाल बिंद्रू समेत तीन लोगों की हत्या के दो दिन बाद ही आतंकवादी श्रीनगर के एक सरकारी स्कूल में घुसे थे। वहां उन्होंने प्रिंसिपल सतिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद की हत्या कर दी थी। सड़क किनारे गोलगप्पे बेचने वाले वीरेंद्र पासवान को मार दिया था।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स