कश्मीर में पाक के झंड़े दिखाने वालों को छोड़ेंगे नहीं: सेना प्रमुख
नई दिल्ली : सेना प्रमुख बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियानों में बाधा डालने वाले स्थानीय नागरिकों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि आतंकरोधी अभियानों में बाधा डालने वालों और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान और इस्लामिक स्टेट (आईएस) के झंडे लहराने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। सेना उनसे उसी तरह निपटेगी जिस तरह किसी आतंकी या राष्ट्रद्रोही से निपटा जाता है। आतंकियों का समर्थन करना भी आतंकवाद का साथ देना माना जाएगा।
कश्मीर में गत दिवस आतंकी मुठभेड़ के दौरान मारे गए सेना के एक अफसर और तीन जवानों को श्रंद्धाजलि देने के बाद रावत ने बुधवार को यह बात कही। उन्होंने आतंकवाद का समर्थन करने वालों को कड़ा संदेश दिया। रावत के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल इसलिए ज्यादा हताहत हो रहे हैं क्योंकि स्थानीय लोग उनके अभियान में बाधा डालते हैं।
कई बार वे आतंकियों को भगाने में मदद भी करते हैं। रावत ने कहा, हम स्थानीय लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि जिन स्थानीय लड़कों ने हथियार उठाए हैं, वे वापस लौटें। उन्हें एक मौका दिया जा रहा है। यदि वे आईएस तथा पाक के झंडे लहराकर आतंकी कृत्य करना चाहते हैं तो हम उन्हें राष्ट्रविरोधी तत्व मानेंगे तथा कार्रवाई करेंगे। हो सकता है कि आज वे बच जाएं लेकिन हम अभियान जारी रखेंगे और कल हम उन्हें पकड़ लेंगे।
कश्मीर नीति पूरी तरह नाकाम : येचुरी
माकपा ने पिछले तीन दिनों में कश्मीर में सेना के जवानों की जान जाने पर केंद्र की कथित खामोशी पर सवाल उठाया है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, यह कश्मीर में केंद्र की नीति की पूरी नाकामी की फिर से पुष्टि करता है। सरकार के पास जानकारी या उद्देश्यपूर्ण राजनीतिक कार्रवाई का अभाव चौंकाने वाला है।