सूचना टेक्नॉलॉजी का प्रमुख केन्द्र बनेगा नया रायपुर : डॉ. रमन सिंह
रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि नया रायपुर बहुत जल्द सूचना टेक्नॉलॉजी का अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र बनेगा। डॉ. सिंह ने आज अपरान्ह नया रायपुर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल-आई.टी.) में दूसरे चरण के निर्माण कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने वहां डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा – नया रायपुर में आईटी. क्षेत्र में काफी निवेश आ रहा है। यहां के ट्रिपल-आईटी में देश के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस और लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत विशेष अतिथि के रूप में समारोह में उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि नया रायपुर में ट्रिपल-आई.टी. का निर्माण छत्तीसगढ़ सरकार और केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रम राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) द्वारा लगभग 50 एकड़ के रकबे में संयुक्त रूप से किया गया है। प्रथम चरण में इसके विशाल भवन आदि का निर्माण लगभग 200 करोड़ रूपए की लागत से हुआ है। इसके दूसरे चरण में बनने वाले 30 करोड़ रूपए की लागत से छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल और संस्थान की जरूरतों के अनुसार अन्य कई निर्माण कार्य करवाए जाएंगे। डॉ. रमन सिंह ने भूमिपूजन और शिलान्यास समारोह में कहा कि लगभग ढाई साल पहले 23 जून 2015 को यहां ट्रिपल-आई.टी. की स्थापना हुई थी। इस छोटी-सी अवधि में संस्थान को देश-विदेश में विशेष पहचान मिलने लगी है। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए कहा कि डॉ. मुखर्जी विलक्षण प्रतिभा के धनी, विद्वान चिंतक और स्वतंत्र भारत के प्रथम उद्योग मंत्री थे। उनके तकनीकी ज्ञान और कौशल को देखते हुए उन्हंे यह जिम्मेदारी दी गई थी। डॉ. मुखर्जी उद्योगों में नई तकनीक के पक्षधर थे। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि ट्रिपल-आई.टी. परिसर में डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा वहां के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा का केन्द्र बनेगी। डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों से अपनी प्रतिभा, लगन और मेहनत से इस संस्थान और छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि नए राज्य में विकास के शिलालेख लगाकर उन्हे अपार खुशी मिलती है। छत्तीसगढ़ में जिन उच्च शैक्षणिक संस्थानों के खुलने की कभी कल्पना नहीं की जा सकती थी, वे सब संस्थान आज रायपुर में संचालित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हुए कहा कि श्री बाजपेयी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण से छत्तीसगढ़ में आईआईटी, आईआईएम, एम्स, हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय की स्थापना के रास्ते खुले। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से जब मुलाकात होती है तो वह कहा करते हैं कि छत्तीसगढ़ स्टार्टअप राज्य है। हमारी सरकार ने जनकल्याण के क्षेत्र में नए प्रयोग कर कई ऐसी योजनाएं बनाई हैं जिन्हे राष्ट्रीय स्तर पर सराहा और अपनाया गया है। प्रदेश की 60 लाख आबादी को खाद्यान्न सुरक्षा मुहैया कराई गई है। छत्तीसगढ़ से पलायन की पीड़ा समाप्त हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा देश की नई पीढ़ी के संदेश वाहक हैं। यहां से निकलने वाले विद्यार्थी छत्तीसगढ़ को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधनों को प्रचुर भंडार है। देश में कुल उत्पादन का 19 प्रतिशत स्टील, 18 प्रतिशत एल्यूमिनियम और 25 प्रतिशत सीमेंट का उत्पादन छत्तीसगढ़ में होता है। मुख्यमंत्री ने इस संस्थान के विकास में सहयोग देने के लिए एन.टी.पी.सी. को धन्यवाद दिया।
रायपुर के लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस ने संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान छत्तीसगढ़ का गौरव है। रायपुर देश का एकमात्र शहर होगा जहां देश के प्रमुख शिक्षण संस्थान संचालित है। ट्रिपल-आईटी के कुलपति और निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार सिन्हा ने स्वागत भाषण में बताया कि 23 जून 2015 को शुभारंभ के बाद जुलाई 2015 में संस्थान का नया शिक्षा सत्र शुरू हुआ। इसमें 28 छात्रों को इंजीनियरिंग की दो शाखाओं कम्प्यूटर विज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में जेईई मेंस परीक्षा के रेंक के आधार पर प्रवेश दिया गया। वर्ष 2016 के सत्र से पी-एच.डी. डिग्री और पांच वर्षीय बी.टेक-एम.टेक एकीकृत पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया तथा बी.टेक कार्यक्रम की प्रवेश क्षमता 80 से बढ़ाकर 120 की गई। इनमें से 50 प्रतिशत सीटें छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों के लिए आरक्षित हैं। एनआरडीए द्वारा शुरू की गई नया रायपुर स्मार्ट सिटी चैलेंज का बैज पहनाकर मुख्यमंत्री एवं अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रेणु पिल्ले, नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) के सीईओ श्री रजत कुमार और एनटीपीसी के क्षेत्रीय निदेशक श्री पी.के. महापात्र भी उपस्थित थे।