किम जोंग उन के सौतेले भाई की हत्या
कुआलालम्पुर :उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन के सौतेले भाई की मलेशिया के एयरपोर्ट पर हत्या हुई. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दो महिलाओं ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर किम जोंग-नाम को खत्म कर दिया.
मलेशिया की पुलिस के मुताबिक राजधानी कुआलालम्पुर के एयरपोर्ट पर एक अज्ञात कोरियाई शख्स की मौत हो गई. कुआलालम्पुर इंटनेशनल एयरपोर्ट के पुलिस प्रमुख अब्दुल अजीज अली के मुताबिक कोरियाई शख्स की तबियत अचानक बिगड़ी और अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई. अब्दुल ने कहा, “हमारे पास कोरियाई शख्स के बारे में कोई और जानकारी नहीं है. हमें उसकी पहचान के बारे में भी पता नहीं है.”
लेकिन दक्षिण कोरिया के मीडिया ने दावा किया है कि मृतक उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन का सौतेला भाई किम जोंग-नाम है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक किम जोंग उन ने अपने सौतेले भाई की हत्या करवाई है. अगर खबर की पुष्टि हुई तो यह किम जोंग उन के करीबी रिश्तेदार की हत्या का दूसरा मामला होगा. इससे पहले दिसंबर 2013 में किम जोंग उन ने अपने चाचा जांग सोंग-थाएक को मौत की सजा दी थी.
दक्षिण कोरिया के टीवी चैनल टीवी चोसुन के मुताबिक कुआलालम्पुर एयरपोर्ट पर दो महिला एजेंटों ने किम जोंग-नाम को जहरीला इंजेक्शन लगाया. दक्षिण कोरिया की न्यूज एजेंसी योनहाप ने भी सरकारी सूत्रों के हवाले से हत्या की खबर दी है. खबरों के मुताबिक हत्या को उत्तर कोरिया की खुफिया एजेंसी ने अंजाम दिया. जोंग-नाम अपने बॉडीगार्ड्स के साथ थे. लेकिन एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान अंगरक्षक कुछ देर के लिए आगे पीछे हुए और इसी दौरान महिला एजेंटों ने जोंग-नाम की हत्या कर दी. कई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जहरीला इंजेक्शन लगाने के बाद दोनों महिलाएं फरार हो गईं.
किम जोंग-नाम उत्तर कोरिया के पूर्व शासक किम जोंग इल का सबसे बड़ा बेटा था. कभी उसे पिता का उत्तराधिकारी माना जाता था. लेकिन 2001 में फर्जी पासपोर्ट के सहारे जापान के डिज्नीवर्ल्ड तक पहुंचने की नाकाम कोशिश के चलते उसने पिता को नाराज कर दिया. उस घटना के बाद ही वह निर्वासित जिंदगी गुजार रहा था. उसका ज्यादातर वक्त चीन के मकाऊ में बीतता था.
2011 में किम जोंग इल की मौत के बाद सत्ता किम जोंग उन को मिली. नए शासक ने सुधारों की वकालत करने वाले अपने सौतेले भाई जोंग-नाम को निशाने पर लिया. किम जोंग उन उसे अपनी कुर्सी के लिए खतरे की तरह देखता था. एक बार जापानी अखबार से बातचीत करते हुए किम जोंग-नाम ने कहा था कि वह देश में वंशवादी सत्ता का विरोध करता है. वह अपने चाचा जांग सोंग-थाएक का भी करीबी था.
जोंग-नाम की हत्या की कोशिशें पहले भी हो चुकी थीं. 2012 में दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के एक जासूस को गिरफ्तार किया था. उस जासूस ने 2010 में किम जोंग नाम को चीन में सड़क हादसे में मारने की कोशिश की. 2016 में दक्षिण कोरिया ने चेतावनी दी थी कि किम जोंग उन अपने सौतेले भाई की हत्या कराने की फिराक में है.
साभार : DW