पुद्दुचेरी की नारायण सामी सरकार के लिए सोमवार का दिन अहम, कांग्रेस-डीएमके गठजोड़ पर भी होंगी नजरें
सोमवार को पुद्दुचेरी में वी नारायणसामी सरकार () को सदन में अपना बहुमत साबित करना है। पुद्दुचेरी का यह शक्ति परीक्षण सिर्फ नारायणसामी सरकार के अस्तित्व के लिए अहम नहीं है, बल्कि यह आने वाले समय में यहां व तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके गठजोड़ को भी प्रभावित कर सकता है।
डीएमके लड़ सकती है अकेले चुनावसूत्रों के मुताबिक, अगर डीएमके वहां समर्थन देता है तो ठीक है, वर्ना दोनों दल अलग रास्ते भी जा सकते हैं। इसकी संभावना इसलिए बढ़ती दिख रही है कि केंद्र शासित प्रदेश में डीएमके अकेले लड़ने की बात कर रहा है। पिछले 2-3 महीनों से डीएमके के सुर वहां बदले हुए हैं। पिछले दिनों उसके तमिलनाडु के अरक्कोणम के सांसद एस जगतरक्षकन खुलेआम पुद्दुचेरी की 30 सीटों पर लड़ने और जीतने का ऐलान कर चुके हैं।
गठबंधन पर असरबताया जाता है कि पुद्दुचेरी में दोनों के बीच ढीले पड़ रहे इस तालमेल का असर आने वाले दिनों में तमिलनाडु में दोनों के रिश्तों पर पड़े। अगर डीएमके समर्थन नहीं देती और सरकार गिरती है तो कांग्रेस वहां अकेले जाने का फैसला ले सकती है। हालांकि वहां दोनों के बीच अकेले जाने का असर तमिलनाडु पर भी पड़ सकता है। चर्चा है कि 30 सीटों वाली असेंबली के लिए वहां डीएमके कांग्रेस के साथ में रहने के लिए बराबर की सीटें यानी 15-15 सीटों की मांग भी कर सकता है, जो कांग्रेस के लिए स्वीकार्य नहीं होगा।
साभार : नवभारत टाइम्स