विस्थापितों पर पुलिस फायरिंग, 4 की मौत, 17 पुलिसकर्मी घायल
हजारीबाग: एनटीपीसी खनन कार्य के विरोध में चल रहे कफन सत्याग्रह आंदोलन के 16वें दिन शनिवार की देर रात पुलिस व विस्थापितों के बीच हिंसक झड़प हुई. स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने फायरिंग की़, जिसमें चार विस्थापितों की मौत हो गयी, जबकि दो दर्जन लोग घायल हो गये. वहीं पवन कुमार नामक युवक लापता बताया जा रहा है. जिला प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में निषेधाज्ञा (धारा 144) लगा दी है. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आइजी अभियान एमएस भाटिया ने पुलिस की गोली से चार लोगों के मरने की पुष्टि की है.
उन्होंने बताया कि भीड़ ने एएसपी अभियान, बड़कागांव सीओ को बंधक बनाकर मारपीट की़ घटना में 17 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.
घटना के बाद झारखंड जगुआर के आइजी प्रशांत सिंह को बड़कागांव भेजा गया है. हजारीबाग डीआइजी उपेंद्र सिंह घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं. बड़कागांव में पहले से पुलिस के 350 जवान तैनात हैं. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की दो कंपनी को बड़कागांव के लिए रवाना कर दिया गया है. इसके अलावा रैपिड एक्शन पुलिस की छह कंपनी, 100 सिपाही और 50 पुलिस पदाधिकारियों की भी तैनाती कर दी गयी है. दूसरी तरफ, घटना के बाद मृतक अभिषेक कुमार राय के शव को बड़कागांव चौक पर रख कर ग्रामीण विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. विरोध में दुकानें बंद रहीं. एक भी वाहन नहीं चले.