मुलायम का निर्देश, कांग्रेस के खिलाफ निर्दलीय लड़ो
नयी दिल्ली. मुलायम सिंह यादव को अखिलेश और राहुल का गंगा-जमुनी मिलन शायद रास नहीं आ रहा है. सोमवार को मुलायम ने अपने दिल्ली निवास पर कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि कांग्रेस को वाक ओवर नहीं दिया जाये. सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह ने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं को उन सीटों पर लड़ने के लिए कहा है, जिन पर कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
उन्होंने अखिलेश का नाम लिए बिना कहा कि अगर पार्टी से उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय खड़े होकर कांग्रेस को हराने का काम करें. हालांकि सपा के वरिष्ठ नेता इस बारे में खुलकर बात करने से इनकार कर रहे हैं. पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों ने बताया कि मुलायम ने कार्यकर्ताओं को कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार करने के संकेत दिये हैं.
उन्होंने कहा कि गंठबंधन बनाते वक्त उनसे बात भी नहीं की. वे कभी गंठबंधन के पक्ष में नहीं थे. उन्हें इस बात की भी नाराजगी है कि गंठबंधन के बाद अखिलेश और राहुल ने उनसे मिलने की जरूरत भी नहीं समझी. साथ ही वह इस बात से भी नाराज है कि राहुल गांधी ने अखिलेश के साथ प्रेस कांफ्रेंस में मायावती के प्रति नरमी बरती. उन्होंने संभावना जताई कि कांग्रेस चुनाव के बाद बसपा के साथ भी जा सकती है. दरअसल, चुनाव आयोग में अखिलेश के साइकिल की जंग जीतने के बाद मुलायम सिंह ने हथियार डाल दिए थे. उन्होंने चुनाव में अखिलेश का साथ देने का वायदा किया था.
मगर कांग्रेस के साथ गंठबंधन के बाद मुलायम पलट गये हैं. वह समाजवादी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र कार्यक्रम में भी नहीं पहुंचे थे. उन्होंने रविवार को भी कांग्रेस से गंठबंधन को अपनी इच्छा के खिलाफ बताया था. सूत्रों ने बताया कि मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि जिन सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया बची हुई है, उन सीटों परे वे निर्दलीय खड़े होकर कांग्रेस को हराने में जुटें.उधर, सपा डैमेज कंट्रोल में जुट गयी है. प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने नेताओं को क्षेत्रों में कैंप करने को कहा है.