राहुल गांधी ने कहा- कृषि कानूनों का विरोध 'सत्य और असत्य की लड़ाई', किसानों के साथ खड़ा होने की अपील
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नए कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार को किसान संगठनों के बीच चल रही खींचतान को ‘सत्य और असत्य की लड़ाई’ बताई और अपील की कि हर कोई इस लड़ाई में किसानों का साथ दे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और आम लोगों से प्रदर्शनकारी किसानों के पक्ष में खड़े होने की आह्वान करते हुए को कहा कि सभी को अन्नदाताओं के साथ होना चाहिए। साथ ही उन्होंने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘पूंजीपतियों का मित्र’ बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राहुल का निशाना
केरल के वायनाड से सांसद ने सवाल किया कि अगर ये कानून किसानों के हित में हैं तो फिर किसान सड़कों पर क्यों हैं? कांग्रेस के ‘स्पीक अप फॉर फार्मर्स’ नामक सोशल मीडिया अभियान के तहत एक वीडियो जारी राहुल गांधी ने कहा, ‘देश का किसान काले कृषि क़ानूनों के खिलाफ ठंड में, अपना घर-खेत छोड़कर दिल्ली तक आ पहुंचा है। सत्य और असत्य की लड़ाई में आप किसके साथ खड़े हैं – अन्नदाता किसान या प्रधानमंत्री के पूंजीपति मित्र?’
राहुल का सवाल- कानून किसानों के हित में तो फिर आंदोलन क्यों?
उन्होंने कहा, ‘देशभक्ति देश की शक्ति की रक्षा होती है। देश की शक्ति किसान है। सवाल यह है कि आज किसान सड़कों पर क्यों है? वह सैकड़ों किलोमीटर चलकर दिल्ली की तरफ क्यों आ रहा है? नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि तीन कानून किसान के हित में है। अगर ये कानून किसान के हित में है तो किसान इनका गुस्सा क्यों है, वह खुश क्यों नहीं है?’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘ये कानून मोदी जी के दो-तीन मित्रों के लिए है, किसान से चोरी करने के कानून हैं।’
किसानों के साथ खड़ा होने की अपील
राहुल गांधी ने कहा, ‘हमें किसान की शक्ति के साथ खड़ा होना पड़ेगा। ये किसान जहां भी हैं उनके साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम जनता को खड़ा होना चाहिए। इनको भोजन देना चाहिए। इनकी मदद करनी चाहिए।’ कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन पांचवें दिन सोमवार को भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने आज राष्ट्रीय राजधानी को जाने वाले पांच मार्गो को जाम करने की चेतावनी दी है। इन किसानों की मांग कृषि कानूनों को वापस लेने की है।
(भाषा से इनपुट के साथ)
साभार : नवभारत टाइम्स