ट्रंप ने फिर मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जताई, बोले- कल जहां जीत रहे थे वहां अचानक पीछे कैसे?
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2020 की मतगणना जोरों पर है। रिपब्लिकन उम्मीदवार और डेमोक्रेट उम्मीदवार के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। अभी तक की मतगणना में किसी भी उम्मीदवार को 270 का जादुई आंकड़ा नहीं मिल सका है। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने फिर ट्वीट कर मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जताई है।
ट्वीट कर लगाया धांधली का आरोप
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि कल रात में लगभग सभी डेमोक्रेटिक पार्टी नियंत्रित राज्यों में आगे था। फिर एक-एक करके वो जादुई रूप से गायब होने शुरू हो गए। उन्होंने पूछा कि अचानक खराब मतपत्रों की गिनती कैसे की गई। उन्होंने इसे पूरी तरह से गलत बताया। ट्रंप ने कहा कि जहां कल जीत रहे थे वहां अचानकर पीछे कैसे हो गए।
कोर्ट जाने की तैयारी में हैं डोनाल्ड ट्रंप
ट्रंप ने चुनाव को अमेरिकी जनता के साथ धोखा करार दिया और कहा कि स्पष्ट रूप से कहूं, हमने यह चुनाव जीत लिया। उन्होंने यह भी कहा कि मतों की गिनती रोकने के लिए उनकी योजना सुप्रीम कोर्ट जाने की है। राष्ट्रपति ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का कोई हवाला दिये बिना कहा कि अचानक सब कुछ रुक गया। यह अमेरिकी जनता के साथ धोखाधड़ी है। यह देश के शर्म की बात है। हम यह चुनाव जीत रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में ट्रंप
ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में अपने भाषण में कहा कि करोड़ों लोगों ने हमें वोट दिया है। बेहद निराश लोगों का एक समूह दूसरे समूह के लोगों को हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहा है। हम बड़े जश्न की तैयारी में थे। हम जीत रहे थे। लेकिन अचानक सब बदल दिया गया। न्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अब इस देश की भलाई के लिए अखंडता सुनिश्चित करना है। यह एक बहुत बड़ा क्षण है। यह हमारे देश के साथ एक बड़ा धोखा है। हम चाहते हैं कि कानून का उचित तरीके से उपयोग किया जाए। इसलिए हम अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं।
बाइडेन की कानूनी टीम भी तैयार
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बाइडेन के अभियान प्रबंधक ने ट्रंप के बयान को अपमानजनक, अभूतपूर्व और गलत बताया। वहीं मुख्यधारा की अमेरिकी मीडिया ने राष्ट्रपति की आलोचना की है। राष्ट्रपति के कदम की आलोचना करते हुए न्यूयार्क टाइम्स ने कहा कि किसी भी निर्वाचित नेता को यह अधिकार नहीं है कि वह मतों की गिनती को रोकने का आदेश दे। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी भी कानूनी टीम उनको चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।