नॉर्थ-ईस्ट में नया फ्रंट खोलने की तैयारी में चीन! अरुणाचल बॉर्डर से 130 किमी दूर बना रहा एयरबेस
भारत से लद्दाख में उलझा चीन अब अरुणाचल प्रदेश में नया फ्रंट खोलने की तैयारियों में जुटा है। हाल में ली गई सैटेलाइट तस्वीर से खुलासा हुआ है कि चीन अरुणाचल बॉर्डर से 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चामडो बंगडा एयरबेस का विस्तार कर रह है। यहां पर विमानों के उड़ान भरने के लिए नया रनवे और उनकी मेंटिनेंस के लिए नए एप्रन का निर्माण किया जा रहा है।
सैटेलाइट इमेज से हुआ खुलासा
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस @detresfa_ की सैटेलाइट इमेज में दिखाया गया है कि चीन 4400 मीटर की ऊंचाई पर कैसे यहां मिलिट्री के इस्तेमाल के लिए नया रनवे बना रहा है। यह रनवे याकू नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। चामडो बंगडा एयरबेस पर पहले से ही 5500 मीटर का एक रनवे मौजूद था। इसके अलावा चीन जो नया रनवे बना रहा है उसकी लंबाई 4500 मीटर के आसपास है।
कर सकता है सैन्य तैनाती
सैटेलाइट तस्वीर में रनवे के नजदीक मिलिट्री के इस्तेमाल के लिए बनाया गया एप्रन दिखाई दे रहा है। माना जा रहा है कि चीन ठंड के दिनों में अपने कुछ ट्रूप्स और हथियारों को इस सीमा पर तैनात करने की प्लानिंग कर रहा है। इस बेस पर यह निर्माण गतिविधियां जून 2020 में शुरू हुईं थीं जो अब तक जारी है।
आसान नहीं है यहां से उड़ान भरना
यह एयरपोर्ट इतनी ऊंचाई पर स्थित है कि यहां से उड़ान भरना सभी विमानों के लिए आसान नहीं होगा। यहां ठंड के दिनों में तापमान शून्य से काफी नीचे रहता है। जबकि, सामान्य दिनों में भी यहां तेज हवा, ऑक्सीजन की कमी और हवा का कम घनत्व विमानों के उड़ने में बाधक बनता है। ठंड के दिनों में तो यहां हवा की स्पीड 30 मीटर प्रति सेकेंड तक चली जाती है।
एलएसी के नजदीक चीन के 8 एयरफील्ड
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट Detresfa ने एक तस्वीर जारी कर एलएसी के नजदीक चीनी एयरबेस की डिटेल्स शेयर की है। इसमें संबंधित एयरबेस पर तैनात एयरक्राफ्ट के बारे में भी जानकारी दी गई है। बता दें कि अत्याधिक ऊंचाई पर स्थित होने के कारण चीन इस इलाके में हवाई शक्ति के मामले में भारत से कमजोर है। जबकि भारतीय एयरबेस निचले क्षेत्र में हैं जहां से वे अपनी पूरी क्षमता के साथ चीन के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं।
इन एयरबेस को चीन ने किया एक्टिवेट
एयरबेस | समुद्रतल से ऊंचाई | तैनात विमान |
कासी एयरबेस | 4529 फीट | जे-11, जेएच-7, यूएवी |
तास्कुरगन एयरबेस | 10633 फीट | निर्माणाधीन |
होटान एयरबेस | 4672 फीट | जे-11, जे-8, जे-7, अवाक्स, यूएवी |
सेतुला हेलीपैड | 12017 फीट | जानकारी नहीं |
तेनसुहाई हेलीपैड | 14980 फीट | निर्माणाधीन |
रुतांग काउंटी हेलीपैड | 14881 फीट | निर्माणाधीन |
शिक्वान्हें हेलीपैड | 14064 फीट | जानकारी नहीं |
नगारी एयरबेस | 14022 फीट | जे-11, यूएवी |
तो युद्ध के लिए तैयारी कर रहा चीन?
बीते दिनों चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरियाई युद्ध की सालगिरह पर राष्ट्रवादी संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि हम कभी राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों को नुकसान पहुंचाने की किसी को अनुमति नहीं देंगे। जिनपिंग ने कहा था कि हम किसी को अपने देश में घुसपैठ और हमारी पवित्र मातृभूमि के विभाजन की इजाजत नहीं देंगे। अगर ऐसी कोई गंभीर परिस्थिति आती है तो चीनी लोग निश्चित रूप से इसका प्रतिकार करेंगे। माना जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति का यह बयान भारत, अमेरिका या ताइवान के लिए हो सकता है।