अजरबैजान की मदद को आतंकी भेजने पर आर्मीनिया ने खोली पोल तो भड़का पाकिस्तान

अजरबैजान की मदद को आतंकी भेजने पर आर्मीनिया ने खोली पोल तो भड़का पाकिस्तान
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इस्लामाबाद
अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच जारी जंग में तुर्की और पाकिस्तान के खिलाफ आरोप लग रहे हैं कि ये दोनों देश जंग में आर्मीनियाई सैनिकों से लड़ने के लिए अजरबैजान की ओर से आतंकी भेज रहे हैं। इस आरोप के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। उसने न सिर्फ अजरबैजान को समर्थन दिया है बल्कि आर्मीनिया पर प्रॉपगैंडा फैलाने का आरोप लगाया है। बता दें कि इस जंग में 600 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं और दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ अमानवीय कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं।

‘हमेशा अजरबैजान के साथ खड़े हैं’
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि यह खेद की बात है कि आर्मीनिया का नेतृत्व गैरजिम्मेदाराना प्रॉपगैंडा की मदद से अजरबैजान के खिलाफ कार्रवाई छिपाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान ने हमेशा अजरबैजान को कूटनीतिक, नैतिक और राजनीतिक समर्थन दिया है। अजरबैजान के साथ भाईचारे का दावा करते हुए पाकिस्तान ने कहा है कि वह हमेशा अजरबैजान के साथ खड़ा रहेगा और किसी भी आक्रामकता के खिलाफ आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करेगा।

‘नहीं होगी हैरानी’
आर्मीनिया के उपविदेश मंत्री ऐवेट अडोन्ट ने एक न्यूज पोर्टल से बात करते हुए कहा था कि इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पाकिस्तान के लड़ाके अजरबैजान में आतंकियों के साथ मिलकर लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा था कि यह कोई हैरान करने वाली बात नहीं होगी। उन्होंने कहा था कि 1990 में पाकिस्तानी नागरिक मौजूद थे जब नागोर्नो-काराबाख की जंग खड़ी हुई थी।

‘तुर्की ने जंग भड़काई’
ऐवेट ने जिहादियों को अजरबैजान भेजने के लिए तुर्की की भी आलोचना की थी और दावा किया कि तुर्की इस जंग को भड़काया है और इसकी योजना बनाई है। बताया जा रहा है कि तुर्की के इस मिशन में पाकिस्‍तान भी मदद कर रहा है और उसके आतंकवादी इस इलाके में काफी सक्रिय हैं। खबरों में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई इन आतंकवादियों को एकजुट करके अजरबैजान भेजने का काम कर रही है।

सैनिकों के सिर काटने का आरोप
गौरतलब है कि आर्मीनिया ने आरोप लगाया है कि उसके सैनिकों को बेरहमी के साथ सिर कलम कर मारा जा रहा है। यही नहीं, ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जिनमें आर्मीनियाई सैनिकों के सिर धड़ से अलग दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले आर्मीनिया ने वीडियो जारी कर दावा किया था कि उस पर हमले के लिए अजरबैजान ने सीरिया से आतंकवादी बुलाए हैं। अब मारने के बाद सिर काटने की जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किए जाने का दावा किया जा रहा है, उसमें आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का तरीका नजर आ रहा है जिससे आर्मीनिया के दावों को बल मिल रहा है।

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