मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दो दिवसीय रोजगार मेला का किया उदघाटन
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य से गरीबी-बेरोजगारी को नेस्तनाबूद करना है. सरकार की प्राथमिकता युवा बेरोजगारों को नौकरी देने की है. सारे को सरकारी क्षेत्र में नौकरी नहीं दी जा सकती है, पर बेरोजगारों को झारखंड में ही निजी क्षेत्र में रोजगार मिले, यह संकल्प लेकर सरकार काम कर रही है. इससे यहां के युवाअों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. मां-बाप के पास ही वे यहां रह कर नौकरी कर सकेंगे.
हर जिले में कौशल विकास सेंटर स्थापित कर झारखंड में ही सबको नौकरी देंगे. जुलाई तक सिपाही, दारोगा, जमादार, शिक्षक सहित अन्य पदों पर 45 हजार को नौकरी देंगे. वहीं जल्द ही झारखंड में टेक्सटाइल मिल लगा कर बेरोजगारों को नौकरी देंगे. मुख्यमंत्री शनिवार को आइटीआइ मैदान में आयोजित राज्यस्तरीय दत्तोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेला के उदघाटन के मौके पर बोल रहे थे. दो दिनों तक चलने वाले उक्त मेले का आयोजन श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सामान्य डिग्री की उतनी पूछ नहीं है, जितनी होनी चाहिए. ऐसे में युवाअों को डिग्री के साथ-साथ हुनरमंद भी होना चाहिए. सरकार ने तय किया है कि पांच साल में झारखंड को स्किल्ड झारखंड बनायेंगे. यानी यहां के युवाअों में कौशल का विकास किया जायेगा. राज्य-राष्ट्र की युवा शक्ति स्किल्ड होगी, तो विदेशों में भी नाम रोशन करेंगे. आज विदेशों में जितनी भी बड़ी कंपनियों के सीइअो हैं, वे भारतीय हैं, जो गर्व की बात है. भारत आर्थिक सुपर पावर तभी बनेगा, जब झारखंड आर्थिक रूप से बढ़ेगा. झारखंड समृद्ध राज्य है. यहां प्राकृतिक संसाधन भी हैं. संसाधन का इस्तेमाल सही तरीके से नहीं हुआ. हमारे सामने चुनौती है कि अवसर का कैसे उपयोग करें. उन्होंने संतालपरगना में भी ऐसा ही राज्यस्तरीय मेला आयोजित करने कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बेरोजगारी के नाम पर राजनीति नहीं करना चाहते. यहां 14 साल स्थानीय नीति को मुद्दा बना कर नौकरी रोकी गयी. उदघाटन समारोह में मेयर आशा लकड़ा, विधायक नवीन जायसवाल समेत बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे.