74 साल के ट्रंप के लिए कोरोना संक्रमण कितना घातक? क्या राष्ट्रपति की रेस से हटाए जाएंगे
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले के कोरोना संक्रमित होने से रिपब्लिकन पार्टी की समस्या भी बढ़ गई है। चुनाव कैंपेन और प्रेसिडेंशियल डिबेट के लिहाज से यह महीना अहम होने वाला था। बताया जा रहा है कि उम्र, मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल स्तर और पुरुष होना ट्रंप के कोरोना वायरस संक्रमित होने के खतरे को बढ़ा रहा है। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के एक दिन बाद ही शुक्रवार को ट्रंप ने अपने संक्रमित होने की जानकारी ट्वीट कर दी थी।
वाइट हाउस में ही रहेंगे ट्रंप
ट्रंप के डॉक्टर सीन कॉनले के अनुसार इस समय दोनों अच्छी तरह से हैं और इलाज के दौरान उनके वाइट हाउस में ही रहने की योजना है। वाइट हाउस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि ट्रंप में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। मायो क्लिनिक में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ ग्रेगरी पोलैंड ने कहा कि बाधाएं बहुत हैं और ट्रंप वह मामूली रूप से बीमार होंगे जैसा वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों के साथ हुआ। उन्होंने जोर दिया कि कोविड-19 बीमारी बहुत अप्रत्याशित है।
इस कारण ट्रंप पर भारी कोरोना
विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक आयु, पुरुष होना और पहले से अन्य बीमारिया आदि जोखिम बढ़ा देते हैं और ट्रंप में ये बातें हैं। कनेक्टिकट विश्वविद्यालय के डॉ डेविड बानाच ने कहा कि ट्रंप की उम्र 74 वर्ष है जो जोखिम का प्राथमिक कारक है। इसके अलावा उनका वजन भी अधिक है।
ट्वीट कर बोले ट्रंप- मेरी सेहत ठीक
इलाज के लिए बेथेसडा में वॉल्टर रीड सैन्य अस्पताल पहुंचने के बाद ट्रंप ने 18 सेकेंड का एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने कहा कि जोरदार समर्थन देने के लिए मैं सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं वॉल्टर रीड अस्पताल जा रहा हूं। मेरा खयाल है कि मेरी तबियत ठीक है लेकिन हम सुनिश्चित करेंगे कि सबकुछ ठीक रहे। प्रथम महिला की सेहत भी ठीक है। आप सभी का बहुत आभार। मैं इसकी सराहना करता हूं, इसे कभी नहीं भूलूंगा।
कई विशेषज्ञों ने जताई अलग राय
ट्रंप के संबंध में कई विशेषज्ञों की राय भिन्न है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार संक्रमण के कारण लगभग 80 प्रतिशत मामलों में हल्के या कोई लक्षण नहीं होते हैं। लगभग 15 प्रतिशत लोग गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं। लक्षण आमतौर पर संक्रमण के दो से 14 दिनों बाद दिखाई देते हैं और इनमें गंध या स्वाद समाप्त होना, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत, थकान, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, सिरदर्द, उल्टी, दस्त और बुखार शामिल हो सकते हैं।
ट्रंप के संक्रमित होने के बाद खड़े हो रहे कई सवाल
चुनाव के पहले अबतक के सभी सर्वे में अपने प्रतिद्वंदी जो बाइडेन से राष्ट्रपति ट्रंप पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में अमेरिका में एक सवाल उठ रहा है कि अगर ट्रंप कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी उम्मीदवारी वापस ले लें तो क्या होगा? संभावना तो यह भी जताई जा रही है कि कहीं उनकी रिपब्लिकन पार्टी ही उनसे चुनाव का टिकट वापस करने के लिए न कह दे। ऐसे में क्या ट्रंप की जगह नया उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा?
अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन में है इसका उल्लेख
अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जब राष्ट्रपति अपने दायित्वों को निभाने में अक्षम होते हैं तो उप राष्ट्रपति कैसे सत्ता के प्रमुख बन जाते हैं। इसमें यह भी बताया गया है कि राष्ट्रपति उम्मीदवार के बीमार होने या उसके पर्चा वापस लेने की अवस्था में क्या किया जा सकता है।
जानिए कानूनी विशेषज्ञों की राय
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के कानून के प्रोफेसर रिचर्ड पाइल्स के अनुसार, ट्रंप के कोरोना पॉजिटिव होने की अवस्था में अब पूरा दारोमदार रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के ऊपर आ गया है। ऐसी स्थिति में पूरी जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की होती है। मतलब रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी अब इसपर फैसला लेंगी।
पार्टी की आपातकालीन बैठक में होगा फैसला
ट्रंप के मामले में रिपब्लिकन नेशनल कमेटी एक आपातकालीन बैठक बुला सकती है। प्रत्येक राज्य या क्षेत्र के सदस्य नए उम्मीदवार पर मतदान करेंगे। इसके बाद यह फैसला होगा कि वही उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा कि नए किसी को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा। अगर कोई नया व्यक्ति चुनाव लड़ेगा तो उसके लिए पार्टियों को अब प्रत्येक राज्य के मतपत्र पर अपने पुराने उम्मीदवार की जगह नए उम्मीदवार का नाम देना पड़ेगा।