HIV से सबसे पहले ठीक हुए शख्स का कैंसर से निधन
सबसे खतरनाक Human Immunodifficiency Virus (HIV) के इन्फेक्शन से ठीक होने वाले सबसे पहले शख्स थे टिमथी रे ब्राउन। बर्लिन पेशेंट के नाम से मशहूर ब्राउन का निधन कुछ दिन पहले हो गया। हालांकि, ब्राउन का निधन कैंसर की वजह से हो गया। ब्राउन को 2007 में कैंसर हो गया था। इलाज के लिए उन्हें एक ऐसे शख्स ने अपना बोन मैरो (Bone Marrow) दिया था जिसमें प्राकृतिक रूप से HIV के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता थी। इस वजह से उनका HIV इन्फेक्शन ठीक हो गया। हालांकि, बाद में उनका कैंसर वापस लौट आया।
ऐसे हुआ था इलाज
ब्राउन को 1994 में HIV इन्फेक्शन का पता चला था। इसके बाद साल 2007 में उन्हें अक्यूट माइलॉइड ल्यूकीमिया हो गया जो एक तरह का ब्लड कैंसर होता है। इसके इलाज के लिए उनका बोन मैरो ट्रांसप्लांट हुआ। यह देने वाले डोनर के DNA में CCR5 जीन में म्यूटेशन था। इस जीन की वजह से ही वायरस शरीर के सेल्स को इन्फेक्ट कर पाता था। म्यूटेशन की वजह से HIV इन्फेक्शन के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो गई थी।
लौट आया कैंसर
इलाज के बाद ब्राउन के खून में HIV इन्फेक्शन गिर गया और उन्हें ऐंटी-रेट्रोवायरल थेरपी की जरूरत नहीं रह गई। हालांकि, इस साल उनका कैंसर लौट आया जो दिमाग और रीढ़ की हड्डी में फैल गया। ब्राउन का इलाज रूटीन के तौर पर किए जाने के लिए ज्यादा खतरनाक था लेकिन फिर भी कैंसर का मुख्य इलाज रहा। यह तरीका 3.8 करोड़ लोगों के लिए बेहद महंगा भी था जो सब-सहारा अफ्रीकी क्षेत्रों में HIV से पीड़ित हैं।