लद्दाख तनाव के बीच डोकलाम में वायुसेना की ताकत बढ़ाने में जुटा चीन, अपग्रेड कर रहा एयरबेस
भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनावपूर्ण स्थिति को लेकर चीन एक ओर शांति की बात करता है, वहीं दूसरी ओर उसकी सेना तैनाती बढ़ाती जा रही है। ताजा सैटलाइट तस्वीरों से पता चला रहा है कि चीन ने डोकलाम से 330 किमी दूर अपने एयरपोर्ट को अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। यहां हार्डेन्ड एयरक्राफ्ट शेल्टर तैयार किए जा रहे हैं जो इस क्षेत्र में PLA की वायुसेना की ताकत को बढ़ाने का काम कर करेंगे।
PLA की वायुसेना को अपग्रेड करने की कवायद
चीन के ल्हासा गोन्गर एयरपोर्ट पर जहाज पार्क करने, सामान चढ़ाने-उतारने, रिफिल करने वाली जगह को अपग्रेड करने का काम किया जा रहा है। पश्चिमी मिलिट्री थिअटर पर अपने एयरबेस को चीन ने अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। इससे पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की वायुसेना की क्षमता बढ़ाने और भारत-चीन सीमा तनाव के बीच प्रतिक्रिया देने का समय कम करने की कोशिश की जाएगी।
डोकलाम से करीब 330 किमी दूर एयरक्राफ्ट शेल्टर होने से हवाई हमले का खतरा कम किया जा सकता है। हवाई या सैटलाइट रेकी से भी बचा जा सकता है। एयरक्राफ्ट को मेंटन करना आसान हो सकता है।
भारत के सिर फोड़ा तनाव का ठीकरा
वहीं, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वान्ग येनबिन का कहना है कि चीन हालिया सीमा तनाव के लिए जिम्मेदार नहीं है, भारत ने एकपक्षीय तरीके से यथास्थिति बदली और गोलियां चलाई हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है, ‘भारत को अपनी गलत गतिविधियां ठीक करनी चाहएं, जमीन पर सेना को पीछे करना चाहिए और भारत-चीन सेना पर तनाव कम करने की कोशिश करनी चाहिए।’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को लोकसभा में बताया था कि किस तरह चीनी सैनिकों ने यथास्थिति को बदलने की एकतरफा कोशिश की।