क्या है नोविचोक जहर, जिससे पुतिन के विरोधी नवेलनी पर किया गया था हमला

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बर्लिन
ने दावा किया है कि रूसी राष्ट्रपति के विरोधी नेता को जहर दिया गया था। फ्रांस और स्वीडन की एक्सपर्ट लैब में हुए टेस्ट के बाद नवेलनी को सोवियत दौर के नर्व एजेंट नोविचोक दिए जाने की पुष्टि हुई है। जर्मनी की एक सैन्य प्रयोगशाला ने भी पूर्व में उनके नमूनों में इस पदार्थ की पुष्टि की थी। इस समय नवेलनी का जर्मनी में इलाज चल रहा है।

कई लैब्स में टेस्ट के दौरान मिला नोविचोक जहर
जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफन सीबर्ट ने कहा कि हेग स्थित रसायनिक हथियारों के निषेध के लिये संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) को भी नमूने मिले हैं। ओपीसीडब्ल्यू भी अपनी लैब्स में इनके टेस्ट की तैयारी कर रहा है। सीबर्ट ने कहा कि ओपीसीडब्ल्यू द्वारा स्वतंत्र तौर पर की जा रही जांच के अलावा, तीन प्रयोगशालाओं ने अलग-अलग इस बात की पुष्टि की है कि नवेलनी को जहर दिये जाने के मामले में नोविचोक समूह के नर्व एजेंट के साक्ष्य मिले हैं।

20 अगस्त को नवेलनी को दिया गया था जहर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर विरोधियों में से एक नवेलनी को रूस में 20 अगस्त को एक घरेलू उड़ान के दौरान बीमार हो जाने के दो दिन बाद विमान से जर्मनी लाया गया था। जर्मनी ने रूस से मामले की जांच की मांग की है। सीबर्ट ने एक बार फिर जर्मनी की मांग दोहराई कि मामले में रूस को खुद सफाई देनी चाहिए। उन्होंने कहा, कि इस मामले में आगे के कदमों को लेकर हम अपने यूरोपीय साझेदारों के साथ संपर्क में हैं।

50 साल पुराना है नोविचोक जहर
नोविचोक सोवियत संघ के जमाने का नर्व एजेंट है। कहा जाता है कि रूसी खुफिया एजेंसी अपने बड़े शिकार को आसानी से मारने के लिए इसका इस्तेमाल करती है। इसको 1960 से 1970 के दशक में बनाया गया था। इस जहर को रूस की चौथी पीढ़ी के रसायनिक जहर को विकसित करने के कार्यक्रम फोलेन्ट के जरिए बनाया गया था। 1990 के पहले दुनिया को इस नर्व एजेंट के बारे में मालूम ही नहीं था। रूसी वैज्ञानिक डॉ विल मिर्जानोव ने अपनी किताब स्टेट सीक्रेट्स में इस जहर के बारे में बताया था।

नोविचोक से ही रूसी डबल एजेंट की हुई थी हत्या
नोविचोक जहर इससे पहले 2018 में भी सुर्खियों में था। जब रूस के पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रीपाल और उनकी बेटी यूलिया पर ब्रिटेन के सैलिसबरी शहर में इस जहर से हमला किया गया था। उस समय भी ब्रिटेन और रूस के संबंध काफी खराब हो गए थे। बताया जाता है कि स्क्रीपाल डबल एजेंट बन गया था। वह रूस की खुफिया जानकारी ब्रिटेन के साथ साझा कर रहा था। इसी के कारण उसकी हत्या कर दी गई थी।

रूस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जर्मनी
जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा कि अगर मॉस्को इस मामले को लेकर जल्द ही स्पष्टीकरण नहीं देता है तो हम प्रतिबंध लगाने पर विचार करेंगे। जर्मनी ने कहा कि उसके पास इस मामले में कुछ सबूत हैं कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शीर्ष दुश्मन (विपक्षी नेता) पर सोवियत युग के सबसे घातक नर्व एजेंट नोविचोक से हमला किया गया।

रूस का जहर देने से साफ इनकार
रूस ने इन आरोपों पर सफाई देते हुए कहा है कि उनका इस घटना से कोई संबंध नहीं है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यदि नोविचोक का वास्तव में उपयोग हुआ है, तो यह तय है कि उसे रूस में तैयार नहीं किया गया है। पुतिन के मसले पर उन्होंने कहा, ‘यह दिलचस्प है कि हर कोई हमेशा रूस का जिक्र करता है, लेकिन मुझे लगता है कि अभी चीन एक ऐसा राष्ट्र है, जिसके बारे में आपको बात करनी चाहिए।’

कौन हैं नवलनी
नवलनी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोधी नेता है। वे राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ भ्रष्टाचार-विरोधी प्रचारक के रूप में भी लंबे समय से सक्रिय हैं। आरोप है कि उन्हें जहर दिया गया है, वे अभी बर्लिन के एक अस्पताल में भर्ती हैं।

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