किम जोंग उन के खतरनाक मंसूबों पर ब्रिटिश खुफिया एजेंसी MI-6 ने फेरा पानी, खतरनाक प्लान फेल
उत्तर कोरिया के तानाशाह के खतरनाक मंसूबों पर ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई-6 ने पानी फेर दिया है। एमआई-6 ने किम जोंग उन के अपनी खुफिया एजेंसी के एजेंट्स को भेजे मैजेस को डिकोड कर दिया। इस मैसेज में फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ करवाने की बात कही गई थी। मैसेज पकड़े जाने के बाद किम जोंग ने अपने एजेंट्स को अगले आदेश का इंतजार करने के लिए कहा है।
हांगकांग से पकडे गए एजेंट ने दी जानकारी
एक्सप्रेस डॉट को डॉट यूके की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के की डिफेंस डिजिटल टीम से जुड़े विश्लेषकों ने फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया में उत्तर कोरिया की साजिश का भंडाफोड़ किया है। इस कोड को उत्तर कोरिया की खुफिया एजेंसी के लिए काम करने वाले एक सिविलियन के पकड़े जाने के बाद हासिल किया गया था। इस व्यक्ति को हांगकांग से पकड़ा गया था।
फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया में उपद्रव की थी प्लानिंग
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरियाई खुफिया एजेंसी का पहला ऑपरेशन यूरोपीय एयर ग्रुप में फ्रांस के योगदान से जुड़ा था। जबकि, दूसरा ऑपरेशन ऑस्ट्रेलिया में एक मिलिट्री एयरबेस से संबंधित था। तीसरा ऑपरेशन ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया के बीच हालिया कृषि व्यापार समझौते को लेकर था। जिसके खिलाफ उत्तर कोरियाई खुफिया एजेंसी बड़ा आंदोलन शुरू करने की तैयारी में थी।
ब्रिटेन ने कई देशों के साथ खुफिया जानकारी साझा की
ब्रिटेन ने इस मैजेस को डिकोड कर इसकी जानकारी तुरंत अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में खुफिया प्रमुखों से साझा की। हालाकि इस मैसेज के पूरे हिस्से को डिकोड करने में अब भी काफी समय लगेगा। पिछले हफ्ते ही उत्तर कोरिया के एक और मैसेज को डिकोड किया गया जिसमें उसके एजेंट्स को अगले आदेश के लिए इंतजार करने के लिए कहा गया है।
चीन को खुश करना चाहता था उत्तर कोरिया
कहा जा रहा है कि यह काम उत्तर कोरिया अपने सबसे बड़े सहयोगी चीन को खुश करने के लिए कर रहा था। फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के संबंध इस समय चीन के साथ अच्छे नहीं हैं। ऐसे में अगर इन दोनों देशों में कुछ भी उपद्रव होता है तो इससे चीन को ही फायदा होगा।