भारत से तनाव लेकिन ईंधन की जरूरतों के लिए आस भी लगा रहा नेपाल
भारत के साथ सीमा विवाद के बावजूद नेपाल को एहसास है कि उसकी जरूरतें पूरी करने के संसाधन भारत के पास हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए नेपाल ने भारत के साथ पेट्रोलियम पाइपलाइन विस्तार की संभावनाएं तलाश करना शुरू कर दिया है ताकि नेपाल की बढ़तीं जरूरतों को पूरा किया जा सके। अभी नेपाल मौजूदा मोतिहारी-अमलेखगंज पेट्रोलियम प्रॉडक्ट पाइपलाइन पर निर्भर है।
कितना मुमकिन है पाइपलाइन विस्तार
पाइपलाइन नेटवर्क के विस्तार और नई पाइपलाइन बिछाने के लिए चर्चा इस महीने हुई एक संयुक्त बैठक के दौरान की गई। दोनों देश इस संभावना को तलाश रहे हैं कि क्या सरकारी इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन एक और प्रॉडक्ट पाइपलाइन को उत्तरी और पूर्वी हिस्सों तक पहुंचा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत से अधिकारियों की एक टीम नेपाल में नई प्रॉडक्ट पाइपलाइन के संभावित रास्तों को देखने के लिए जा सकती है। इसके बाद प्रॉजेक्ट से होने वाले फायदा-नुकसान और निवेश के बारे में चर्चा की जाएगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई मीटिंग में इंडियन ऑइल, GAIL और HPCL से प्रतिनिधि शामिल हुए। नेपाली पक्ष की ओर से वित्त और विदेश मंत्रालय के अलावा नेपाल ऑइल कॉर्पोरेशन भी शामिल रहा।
भारत के साथ सीमा विवाद
भारत के साथ नेपाल ने सीमा विवाद को लेकर पिछले कुछ महीनों में काफी कड़ा रुख अपनाया है। नेपाल ने लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा पर अपना दावा किया है। यहां तक कि इस पर बातचीत से पहले ही देश का नया नक्शा भी जारी कर दिया। हालांकि, उसने भारत के साथ दूसरे द्विपक्षीय मुद्दों और प्रॉजेक्ट पर बातचीत करना जारी रखा है।