अश्वेत मुद्दे पर फिर जला अमेरिका, हिंसा रोकने के लिए स्टेट इमरजेंसी का ऐलान
अमेरिका में में लगातार तीसरे दिन हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने कई कारों को आग के हवाले कर दिया, वहीं सरकारी बिल्डिंग्स में तोड़फोड़ भी की। उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए राज्य के गवर्नर टोनी एवर्स ने स्टेट इमरजेंसी का ऐलान करते हुए नेशनल गार्ड को बुला लिया है। बताया जा रहा है कि रविवार को पुलिस ने 29 साल के अश्वेत जैकब ब्लेक को गोली मार दी थी। जिसके विरोध में हिंसा भड़क उठी।
मई में जॉर्ज फ्लायड केस को लेकर जला था अमेरिका
इससे पहले मई में मिनिएसोटा में अश्वेक जॉर्ज फ्लायड की हत्या के बाद भी पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन हुए थे। उस समय भी पुलिस के ऊपर बर्बरता के आरोप लगाए गए थे। उस समय स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि वॉशिंगटन में वाइट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीक्रेट बंकर में जाना पड़ा था।
सर्जरी के बाद हालत स्थिर
जेकब ब्लैक के पिता ने दावा किया है कि उनके बेटे के शरीर में गोली की वजह से ‘8 छेद’ हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि ब्लेक के शरीर का हिस्सा अब काम नहीं कर रहा है। डॉक्टरों ने अभी यह साफ नहीं किया है कि यह स्थिति स्थायी है या ठीक होने की उम्मीद बाकी है। फिलहाल सर्जरी के बाद उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
वीडियो में दिखी पूरी घटना
गोलीबारी की यह घटना रविवार शाम करीब पांच बजे हुई, जिसका वीडियो ऑनलाइन पोस्ट किया गया। इस वीडियो क्लिप को सड़क के दूसरी तरफ से बनाया गया है और इसमें एक काला व्यक्ति फुटपाथ पर चलते हुए अपनी गाड़ी के सामने की तरफ आता है और ड्राइवर के तरफ वाला दरवाजा खोलता है तभी उसकी तरफ बंदूक ताने उसके पीछे आ रहा अधिकारी उस पर चिल्लाता है। जैसे ही व्यक्ति चालक की तरफ वाला दरवाजा खोलकर अंदर झुकता है, एक अधिकारी पीछे से उसकी शर्ट पकड़कर पीछे खींचता है और गाड़ी पर गोलियां चलाना शुरू कर देता है।
विरोध प्रदर्शन जारी
इस घटना को लेकर सोमवार रात भी प्रदर्शन जारी रहा और प्रदर्शनकारियों की पुलिस अधिकारियों के साथ झड़प हो गई। रात आठ बजे कर्फ्यू के प्रभाव में आने के लगभग 30 मिनट बाद पुलिस ने पहली बार आंसू गैस का इस्तेमाल किया, लेकिन प्रदर्शनकारी टस से मस नहीं हुए। बल्कि सैकड़ों प्रदर्शनकारी वहां जमा हो गए और पुलिस पर चिल्लाने लगे।