जर्मनी का दावा, काफी संभावना है कि नवलनी को दिया गया था जहर
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक और राजनीतिक विरोधी अलेक्सेई नवलनी इस वक्त जर्मनी में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। वहीं, जर्मनी की सरकार का कहना है कि इसकी काफी संभावना है कि उन्हें जहर दिया गया हो। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के प्रवक्ता स्टेफन सीबर्ट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा- ‘हम इस एक ऐसे मरीज से डील कर रहे हैं जिन्हें जहर दिया गया हो, इसकी काफी संभावना है।’
संदेह को गंभीरता से देख रही है दुनिया
नवलनी के साथियों ने बताया है कि उनकी जान तो बच जाएगी लेकिन शायद वह महीनों तक चल-फिर नहीं सकेंगे। वहीं, सीबर्ट ने कहा है, ‘शक यह है कि किसी ने नवलनी को जहर दिया है, किसी ने सच में नवलनी को जहर दिया है, जो दुर्भाग्य से रूस के हालिया इतिहास में देखा गया है, इसलिए दुनिया इस संदेह को गंभीरता से ले रही है।’
कोमा में हैं लेकिन हालत स्थिर
नवलनी को शनिवार को साइबेरिया से बर्लिन लाया गया था। यहां अस्पताल ने उनकी बीमारी के बारे में सभी टेस्ट होने तक कुछ बताने से इनकार किया और सिर्फ यह बताया कि वह कोमा में हैं लेकिन उनकी हालत स्थिर है। इससे पहले रूस के डॉक्टरों ने कहा था कि नवलनी को मेटाबॉलिक डिसॉर्डर हुआ है।
रूस के डॉक्टरों पर साजिश का आरोप
इससे पहले जब जर्मनी के विशेषज्ञ चिकित्सक पहुंचे तो ओम्स्क में नवलनी के चिकित्सक ने पहले कहा कि उनकी हालत ऐसी नहीं है कि कहीं ले जाया जा सके। नवलनी के समर्थकों ने इसे अधिकारियों का षड्यंत्र बताया ताकि उनके शरीर में जहर का पता नहीं लगाया जा सके। ओम्सक के चिकित्सा दल ने उन्हें तभी जाने दिया जब एक विमान का इंतजाम करने वाले चैरिटी संगठन ने कहा कि जर्मनी के चिकित्सकों ने जांच की है और वह ले जाए जाने की स्थिति में हैं।