ISI ने कराया कानपुर रेल हादसा, बिहार से 3 संदिग्ध गिरफ्तार

ISI ने कराया कानपुर रेल हादसा, बिहार से 3 संदिग्ध गिरफ्तार
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मोतिहारी।  कानपुर के पास इंदौर पटना एक्सप्रेस और सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस आतंकी साजिश की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुई। इसके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ सामने आया है। नेपाल और सउदी अरब में बैठे एजेंटों की मदद से आईएसआई ने इसे अंजाम दिया। मोतिहारी से तीन युवकों की गिरफ्तारी के बाद यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बिहार एटीएस समेत कई एजेंसियां जांच में जुटी हैं।

बिहार के घोड़ासहन रेल ट्रैक बम कांड की तफ्तीश के दौरान मोतिहारी पुलिस ने खुलासा किया है कि इनके तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हो सकते हैं।

गौरतलब है कि 20 नवंबर को कानपुर के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस को निशाना बनाया गया था। इस हादसे में 150 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, इस मामले की जांच के लिए यूपी एटीएस की एक टीम मोतिहारी के लिए रवाना हो गई है।

पूर्वी चंपारण जिला के एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि घोड़ासहन रेलवे ट्रैक पर मिले बम के अनुसंधान के दौरान पुलिस ने मोती पासवान, मुकेश और उमाशंकर को गिरफ्तार किया गया है। मोती ने पुलिस को बताया कि घोड़ासहन में ट्रैक उड़ाने के लिए नेपाल के बृजकिशोर गिरी को 20 लाख रुपये दिए गए थे।

दुबई में बैठे आईएसआई एजेंट शमशुल होदा ने यह प्लान किया था। ट्रैक उड़ाने का काम उमाशंकर के अलावा दीपक और अरुण को दिया गया था। घोड़ासहन में असफल रहने पर मोती को कानपुर में बम प्लांट करने के लिए बुलाया गया। इसके लिए उसे दो लाख रुपये मिले। कानपुर में ट्रेक उडाने का काम होने के बाद मोती इंदौर और बाद में दिल्ली गया। वहां से वह नेपाल चला गया।

पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि पटरी पर लगाए गए बम को ग्रामीणों की मदद से विस्फोट होने के पूर्व बरामद कर लिया गया था तथा उसे निष्क्रिय कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि इन तीनों की गिरफ्तारी हालांकि पूर्वी चंपारण जिला में हुई है, पर कई अन्य नेपाल के तिलैया में गिरफ्तार किए गए थे।

राणा ने बताया कि दो अन्य अपराधी गजेंद्र शर्मा और राकेश यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है, जो पूर्व चंपारण जिला में छुपे हुए हैं। मोती पासवान और उसके दो अन्य सहयोगियों पेशेवर अपराधी हैं और इनकी एक दर्जन से अधिक अपराधिक मामलों में संलिप्तता रही है।

राणा ने बताया कि एटीएस और अन्य सुरक्षा एजंसियों को इन अपराधियों द्वारा किए गए खुलासे से सूचित कर दिया गया है तथा इनकी कानपुर रेल हादसे सहित अन्य स्थानों पर हुए रेल हादसों में संलिप्तता रही है। इस बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए उनसे और भी पूछताछ की जा रही है।

उल्लेखनीय है नेपाल से सटे बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल से ही अगस्त 2013 में इंडियन मुजाहिदीन के प्रमुख यासिन भटकल को गिरफ्तार किया गया था।

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