उत्तर कोरिया के पास परमाणु बमों का भंडार, अमेरिका और जापान हैं निशाना
उत्तर कोरिया अपने परमाणु बमों के जखीरे को लगातार बढ़ा रहा है। अमेरिकी सेना की एक आंतरिक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि किम जोंग उन की सेना के पास 60 से अधिक परमाणु बम मौजूद हैं। जिनके निशाने पर अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया है। इसके अलावा उत्तर कोरिया के पास दुनिया में तीसरा सबसे ज्यादा रसायनिक हथियारों का जखीरा है। जिसका कुल वजन 5,000 टन से ज्यादा है।
यूएस डिपॉर्टमेंट ऑफ आर्मी हेडक्वॉर्टर की नार्थ कोरिया टेक्टिस नाम की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि किम जोन उन अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए इन हथियारों का त्याग नहीं करेंगे। आर्मी हेडक्वॉर्टर ने अनुमान जताया है कि उत्तर कोरिया के पास 20 से लेकर 60 परमाणु बम है। इसके अलावा उसके पास हर साल 6 नए उपकरणों को बनाने की क्षमता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उत्तर कोरिया के पास लगभग 20 प्रकार के 2,500 से 5,000 टन तक रासायनिक हथियार होने का अनुमान है। संभावना जताई गई है कि उत्तर कोरिया की सेना इन रसायनिक हथियारों का इस्तेमाल तोपखाने के गोले बनाने में कर सकती है। इसके अलावा किम की सेना ने बॉयोलॉजिकल वेपन को भी विकसित किया है, जिसे किसी भी मिसाइल में फिट किया जा सकता है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम को इसलिए विकसित कर रहा है क्योंकि उसे लगता है कि परमाणु हमला करने का खतरा उसके दुश्मन देशों को उत्तर कोरिया में तख्तापलट करने की संभावनाओं से रोकेगा। यह भी कहा गया कि किम जोंग उन लीबिया में मुअम्मर गद्दाफी की मौत के गवाह रहे हैं और वह नहीं चाहते कि उत्तर कोरिया में ऐसा हो।
एक तरफ किम जोंग उन परमाणु हथियार बनाने में व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर हालात ऐसे के हैं कि देश के नागरिकों के सामने खाने का संकट पैदा हो गया है। चावल, मक्का, फल, मीट और मछली की कमी पड़ने के साथ लोगों को कछुए जैसा जीव terrapin खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। यहां तक कि देश के वैज्ञानिकों ने लोगों को ज्यादा खाना खाने से रोकने के लिए पतला करने वाली गोलियां बांटना शुरू कर दिया है। एक्सपर्ट्स ने देश की नीति को ‘Nukes before Nutrition’ करार दिया है। यानी लोगों को खाना देने से पहले तानाशाह किम जोंग उन परमाणु हथियार बनाने में लगे हुए हैं।