रूसी वैक्सीन सबसे पहले खुद पर टेस्ट करेंगे वेनेजुएला के राष्ट्रपति
दुनिया के कई देश, खासकर पश्चिम रूस की बनाई Sputnik-V वैक्सीन पर शक जता रहे हैं। वहीं, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ऐलान किया है कि देश में रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन उनके ऊपर टेस्ट की जाएगी। रूस की वैक्सीन Sputnik-V दुनिया में अप्रूव होने वाली सबसे पहली वैक्सीन है और इसका उत्पादन भी शुरू हो गया है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक वेनेजुएला में अब तक 33 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 281 लोगों की मौत हो चुकी है।
वैक्सीन लेकर पेश करूंगा उदाहरण
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने इस बात के लिए खुशी जताई है कि दुनिया में सबसे पहले रूस की वैक्सीन लोगों को दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘एक वक्त होगा जब हम सब वैक्सिनेट होंगे और सबसे पहले मेरा वैक्सिनेशन होगा। मैं वैक्सीन लूंगा और उदाहरण पेश करूंगा।’ रूसी अधिकारियों के मुताबिक 20 देशों ने इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। वेनेजुएला यह कब भेजी जाएगी, अभी इसकी जानकारी नहीं है।
कई देशों ने की है खरीदने की बात
रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी को लेकर बनाए गए वेबसाइट पर दावा किया गया है कि यूएई, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, फिलीपींस, ब्राजील, मैक्सिको और भारत ने रूस की वैक्सीन को खरीदने की बात की है। इस वैक्सीन के 20 करोड़ डोज बनाने की तैयारी की जा रही है जिसमें से 3 करोड़ केवल रूसी लोगों के लिए होगी।
WHO ने जताई चिंता
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रूस ने इस वैक्सीन से जुड़ी सभी रिसर्च और स्टडीज को सार्वजनिक करने के लिए कहा है। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वैक्सीन को रजिस्टर करने से पहले इसका क्लिनिकल ट्रायल पूरा करने के लिए भी कहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रूस द्वारा तैयार की गई ‘स्पुतनिक-V’वैक्सीन के प्रभाव को लेकर चिंता जाहिर की थी।