बेरूत: सरकार विरोधी प्रदर्शन तेज, मंत्री का इस्तीफा
लेबनान की राजधानी बेरूत के बंदरगाह में मंगलवार की शाम को हुए विनाशकारी धमाकों के बाद से ही सरकार विरोध प्रदर्शन जारी हैं। रविवार को हजारों की संख्या में लोगों ने लेबनानी संसद के बाहर प्रदर्शन किया जबकि तीन सरकारी मंत्रालयों में तोड़फोड़ भी की। जिसके बाद लोगों में बढ़ते गुस्से को देखते हुए लेबनान में सूचना मंत्री ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
मंत्री बोले- जनता की आकांक्षाएं पूरी नहीं कर पाने का अफसोस
सूचना मंत्री मनल अब्दुल समद ने अपने त्यागपत्र में कहा कि बदलाव संभव नहीं हुआ और उन्हें लेबनान की जनता की आकांक्षाएं पूरी नहीं कर पाने का अफसोस है। ऐसी खबर है कि पर्यावरण मंत्री भी इस्तीफा दे सकते हैं। इससे चुनौतियों से घिरे प्रधानमंत्री हसन दियाब की परेशानियां बढ़ सकती हैं। दियाब ने जनवरी में ही कमान संभाली थी और तभी से वह संकटों से जूझ रहे हैं।
धमाके के पीछे भ्रष्टाचार को वजह मान रहे लेबनानी
लेबनानी लोगों ने सत्ताधारी वर्ग को कुप्रबंधन एवं भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। माना जा रहा है कि राजधानी बेरूत में हुए धमाके के पीछे भ्रष्टाचार ही प्रमुख वजह है। इस धमाके में करीब 160 लोगों की जान गई, लगभग 5000 से अधिक लोग घायल हुए। इससे शहर को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
हिंसक प्रदर्शन में एक पुलिसकर्मी की मौत
बेरूत में जनता के आक्रोश और पुलिस के साथ संघर्ष में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है। वहीं, दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं। वहीं 19 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। लेबनान में पहले से ही अभूतपूर्व आर्थिक और वित्तीय संकट से लोग परेशान थे, इस बीच बेरूत के बंदरगाह में हुए धमाकों ने लोगों के गुस्से को और भी बढ़ा दिया। इस बीच बेरूत में बंदरगाह के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है जहां हाल ही में हुए घातक विस्फोट हुआ था।
बेरूत धमाके को लेकर 3 अधिकारी समेत 19 की गिरफ्तारी
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान के अटॉर्नी जनरल जज घासन अल-खौरी ने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार हुए अधिकारियों में सीमा शुल्क विभाग के महानिदेशक बद्री डाहर, पूर्व सीमा शुल्क निदेशक चाफिक मरही और बेरुत पोत के महानिदेशक हसन कोरयतेम शामिल हैं। बेरूत में हुए भयावह विस्फोट की घटना के बाद बंदरगाह के 16 कर्मचारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके ठीक एक दिन बाद अब इन अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई है।