नीतीश कुमार निकले जंगल सफारी पर
वाल्मीकिनगर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वाल्मीकिनगर राज्य का पर्यटन हब बनेगा. इसे इस तरह विकसित किया जायेगा कि पर्यावरण को नुकसान भी न हो और सारी सुविधाएं यहां उपलब्ध हों. रविवार को अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग के मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को वाल्मीकिनगर में हवामहल व इको हट बनवाने और स्थायी तौर पर यहां नौका विहार को बढ़ावा देने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग की जमीन पर स्थित धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के जीर्णोद्धार के साथ उनका सौंदर्यीकरण किया जाये. जल संसाधन मंत्री को गंडक के कटाव की रोकथाम करने, नारायणी नदी में नौका विहार को बढ़ावा देने और जटाशंकर मंदिर के आसपास दुकान खुलवाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि केनोपी झूला के सामने नदी में स्थायी तौर पर नाव की व्यवस्था जल संसाधन विभाग की ओर से की जायेगी. इससे पर्यटक केनोपी झूले से उतर कर नदी के रास्ते ही कौलेश्वर स्थान मंदिर तक पहुंच सकें. शनिवार की शाम वाल्मीकिनगर पहुंचे मुख्यमंत्री ने सुबह कौलेश्वर स्थान, जटाशंकर मंदिर देखने के बाद वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल में सफारी भी किया.
उन्होंने वन विभाग द्वारा पर्यटन के लिए बनाये गये जंगल कैंप, बंबू हट, ट्री हट को भी देखा. मुख्यमंत्री वाल्मीकिनगर के सौंदर्य से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपना हेलीकॉप्टर भेज कर जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को वाल्मीकिनगर बुलवाया. उन्हें वाल्मीकिनगर को पर्यटन हब बनवाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग द्वारा पर्यटन के लिए बहुत कुछ किया गया है. जल संसाधन विभाग उसके साथ मिल कर यहां पर्यटन के लिए वह सारी व्यवस्था करेगा, जो संभव है. वैसे भी यह जगह बिहार के सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है. मुख्यमंत्री शाम चार बजे सड़क मार्ग से बेतिया के लिए निकल गये.