आज चुनाव आयोग से मिलेंगे मुलायम सिंह यादव, साइकिल पर ठोकेंगे दावा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में समाजवादी दंगल जारी है. इस क्रम बेटे अखिलेश से झगड़े के बाद आज मुलायम सिंह चुनाव आयोग के दरवाजे पर दस्तक देंगे और पार्टी का चुनाव चिन्ह उन्हें मिले इसकी गुहार आयोग से लगाएंगे. मुलायम सिंह यादव चुनाव आयोग को इस बात से अवगत करायेंगे कि वही समाजवादी पार्टी के असली नेता हैं. आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने दोनों खेमों को आज तक का वक्त दिया था.
इधर समाजवादी पार्टी पर नियंत्रण को लेकर पिछले कुछ दिनों से जारी संघर्ष के बीच मुलायम सिंह यादव ने रविवार को कहा कि वह अब भी पार्टी के अध्यक्ष हैं. अखिलेश यादव केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. इसके साथ ही एक जनवरी के अधिवेशन की वैधता पर सवाल किये, जिसमें अखिलेश को अध्यक्ष घोषित किया गया था. मुलायम सोमवार को पार्टी चिह्न के मुद्दे पर चुनाव आयोग से मिलेंगे. इस दौरान वह अखिलेश खेमे की ओर से सौंपे गये दस्तावेजों की प्रमाणिकता पर सवाल उठा सकते हैं. अखिलेश खेमे ने अधिकतर सांसदों, विधायकों और पार्टी प्रतिनिधियों के समर्थन का दावा किया गया है. इस बीच रामगोपाल यादव ने किसी भी सुलह से इनकार किया है.
मुलायम ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि शिवपाल यादव अब भी सपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैं. पहले से तैयार एक बयान को पढ़ते हुए उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव को 30 दिसंबर, 2016 को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया था. इसलिए एक जनवरी को उनके द्वारा बुलाया गया राष्ट्रीय अधिवेशन अवैध था. संवाददाता सम्मेलन में अमर सिंह और शिवपाल भी मौजूद थे. इसके पहले दिन में, जब मुलायम लखनऊ से दिल्ली पहुंचे, उनके कुछ समर्थकों ने अखिलेश के खिलाफ नारेबाजी की. उनके कुछ समर्थकों ने दावा किया कि बाद में मुलायम ने उनसे अपने निवास पर कहा कि हालांकि उनके पास संख्या नहीं है, लेकिन अखिलेश उनके पुत्र हैं और समर्थकों को उनके खिलाफ नारेबाजी नहीं करनी चाहिए. वैसे इस टिप्पणी की किसी वरिष्ठ नेता ने पुष्टि नहीं की है. दिल्ली पहुंचने के बाद मुलायम ने अमर शिवपाल और कुछ वकीलों के साथ मशविरा किया.