रूस: अगले हफ्ते से दी जाएगी कोरोना की दवा
के इलाज के लिए तेज होती जंग के बीच रूस ने दावा किया है कि वह अगले हफ्ते से ऐंटीवायरल ड्रग कोरोना वायरस के मरीजों को देना शुरू कर देगा। रूस डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के फंड ने इसे गेम चेंजर बताया है। RDIF के हेड किरिल दिमित्रीव ने जानकारी दी है कि रूस के अस्पतालों में 11 जून से मरीजों को यह दवा दी जाएगी। उन्होंने बताया है कि हर महीने 6000 लोगों को यह दवा दी जाएगी।
रूस ने दिया अप्रूवल
फिलहाल कोरोना की कोई अप्रूव्ड दवा नहीं है लेकिन रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे अप्रूव कर दिया है। सरकार ने क्लिनिकल ट्रायल के बाद अप्रूव की गईं दवाओं की लिस्ट में शनिवार को Avifavir का नाम भी शामिल किया है। किरिल ने बताया है कि क्लिनिकल ट्रायल में 330 लोगों को दवा दी गई और पाया गया कि 4 दिन के अंदर वायरस का इलाज भी हो सका। उन्होंने बताया है कि अभी इसके और ट्रायल किए जाएंगे।
मार्च में शुरू हो गया था उत्पादन
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ड्रग के इस्तेमाल के लिए विशेष प्रक्रिया के तहत मंजूरी दे दी थी और मार्च में उत्पादन शुरू हो गया था। उन्होंने दावा किया है कि इससे हेल्थकेयर सिस्टम पर दबाव कम होगा और कम लोग गंभीर हालत के शिकार होंगे। 90% लोगों में यह 10 दिन के अंदर वायरस को खत्म कर देती है। उन्होंने विश्वास जताया है कि इसके इस्तेमाल से रूस में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। हालांकि, इसके कुछ साइड-इफेक्ट हैं और गर्भवती महिलाओं के लिए यह नहीं है। कम या सामान्य लक्षण वाले लोगों के लिए यह काम करती है।
जापान में दिखे साइड-इफेक्ट
Avifavir जिस Favipiravir पर आधारित है, वह सबसे पहले जापान में 1990 के दशक में Avigan नाम से बनाई गई थी। यह इन्फ्लुएंजा जैसे RNA वायरसों के रीप्रोडक्शन मकैनिज्म में शॉर्ट-सर्किट कर अपना असर दिखाती है। खास बात यह है कि Avigan के इस्तेमाल से जापान में बर्थ डिफेक्ट देखे गए थे। फिलहाल यह भी नहीं का जा सका है कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों पर इसका कितना असर होगा।