लद्दाख के पास चीन आक्रामक, US की दो टूक
भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर अमेरिका लगातार चीन पर हमले करता जा रहा है। अमेरिकी मंत्री और अधिकारी एक के बाद एक चीन पर निशाना साध रहे हैं। विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ के बाद अब अमेरिका में विदेश मामलों की हाउस कमिटी के चेयरमैन एलियट एंगल ने भी चीन के रवैये को ‘आक्रामक’ बताया है और उससे कूटनीति के इस्तेमाल की अपील की है।
‘सिर्फ ताकत से न हो फैसले’
एंगल ने सोमवार को कहा है कि वह भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की आक्रामकता से चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ‘सभी देशों को एक से नियमों का पालन करना चाहिए ताकि हम ऐसी दुनिया में न रहें जहां सिर्फ ताकत से फैसले किए जाते हैं। मैं चीन से अपील करता हूं कि नियमों का पालन करें और भारत के साथ सीमा के सवाल सुलझाने के लिए कूटनीति और मौजूदा तरीकों का इस्तेमाल करें।’
पॉम्पिओ ने बताया था खतरा
इससे पहले पोम्पिओ ने कहा था कि चीन जमीनी स्तर पर अपनी ‘रणनीतिक स्थिति’ का अपने फायदे के लिए उपयोग कर रहा है और दूसरों के लिए खतरा पैदा कर रहा है। भारत के साथ लगी अपनी सीमा पर भी वह लंबे समय से इसी तरह की हरकत कर रहा है। चीन-भारत सीमा पर और दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन के आक्रामक रवैये को लेकर पोम्पिओ ने कहा कि चीन की तरफ से पैदा किया जा रहा खतरा वास्तविक है।
ट्रंप ने की थी मध्यस्थता की पेशकश
इससे पहले अमेरिका काे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा था कि हमने भारत और चीन दोनों को सूचित किया है कि अमेरिका सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए तैयार, इच्छुक और सक्षम है। नी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने शुक्रवार को कहा कि चीन और भारत के बीच मध्यस्थता के लिए किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं है।