इस संगठन को आतंकवादी करार देगा US
अमेरिका के मिनेसोटा में पुलिस हिरासत में मारे गए अश्वेत अमेरिकन George Floyd को इंसाफ दिलाने के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर हैं और हिंसक प्रदर्शन किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति ने आरोप लगाया है कि George के लिए शुरू हुए आंदोलन को हाइजैक कर लिया गया है और अब उन्होंने ऐसे लोगों को आतंकवादी घोषित करने का फैसला किया है। ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि अमेरिका Antifa को आतंकवादी संगठन करार देगा। ट्रंप ने हिंसा के पीछे वामपंथी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है जिन्हें आमतौर पर Antifa कहा जाता है।
इसलिए जाने जाते हैं Antifa
दरअसल, अमेरिका में फासीवाद के विरोधी लोगों को Antifa (anti-fascists) कहते हैं। अमेरिका में Antifa आंदोलन उग्रवादी, वामपंथी और फासी-वादी विरोधी आंदोलन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये लोग नव-नाजी, नव-फासीवाद, श्वेत सुपीरियॉरिटी और रंगभेद के खिलाफ होते हैं और सरकार के विरोध में खड़े रहते हैं। इस आंदोलन से जुड़े लोग आमतौर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हैं, रैलियां करते हैं। हालांकि, विरोध के दौरान हिंसा के भी परहेज नहीं किया जाता है।
ट्रंप ने लगाया है आरोप
ट्रंप ने पहले भी आरोप लगाया है कि विरोध कर रहे 80% लोग बाहर से आए हैं और स्थानीय लोगों के बिजनस, घरों और संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि इन लोगों को George से कोई मतलब नहीं है। बता दें कि वाइट हाउस के पास प्रदर्शन के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि लोगों को खदेड़ने के लिए
को रॉयट गियर (दंगारोधी पोशाक) पहनना पड़ा।
George Floyd की मौत के बाद भड़की हिंसा
बता दें कि 20 डॉलर का नकली नोट इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अश्वेत अमेरिकन George Floyd की हिरासत में लिए जाने के बाद हुई दर्दनाक मौत से अमेरिका गुस्से में हैं। घटना का वीडियो सामने आया जिसमें एक पुलिसकर्मी 7 मिनट तक George के गले पर घुटना रखे दिखाई दिया। George यह कहते-कहते बेहोश हो गए कि ‘मुझे सांस नहीं आ रही है’ लेकिन आरोपी पुलिस ऑफिसर डेरेक शॉविन को तरस नहीं आया। George की मौत के बाद लोग पुलिस के इस रंगभेदी अत्याचार से खिलाफ इंसाफ की मांग करते हुए सड़कों पर हैं।