PoK में बांध पर चीन बोला- 'कर रहे भलाई'
चीन ने भारत की आपत्ति की बावजूद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्तिस्तान में दिआमेर-ब्हाशा बांध बना रही अपनी सरकारी कंपनी का शुक्रवार को बचाव करते हुए कहा कि इस बांध को स्थानीय आबादी की भलाई के लिए बनाया जा रहा है। पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को चीन की सरकारी कंपनी चाइना पावर और पाकिस्तानी सेना की बांध निर्माण से संबंधित कंपनी फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गनाईजेशन (एफडबल्यूओ) के बीच 5.8 अरब अमेरिकी डॉलर के संयुक्त करार पर हस्ताक्षर किए थे।
चीन का रुख अटल
भारत ने गिलगित-बाल्तिस्तान में बांध के निर्माण के लिए पाकिस्तान द्वारा विशाल-अनुबंध दिए जाने पर गुरुवार को कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले क्षेत्र में ऐसी परियोजनाएं शुरू किया जाना ठीक नहीं है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियांग ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘कश्मीर मुद्दे पर चीन का रुख अटल है। चीन और पाकिस्तान आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और स्थानीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए आर्थिक सहयोग कर रहे हैं।’
भारत ने जताई थी आपत्ति
दोनों देश 60 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का भी निर्माण कर रहे हैं। भारत पीओके से होकर जाने वाले इस गलियारे को लेकर चीन के समक्ष आपत्ति जता चुका है। भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था, ‘हमारा रुख अटल और स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के सभी क्षेत्र भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग रहे हैं और रहेंगे।’ मंत्रालय ने कहा, ‘हम, पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों में ऐसी सभी परियोजनाओं पर पाकिस्तान और चीन दोनों के सामने अपना विरोध और साझा चिंताएं व्यक्त करते रहे हैं।’