जलते हुए पृथ्वी पर लौटा चीनी रॉकेट का मलबा
अपने स्पेस स्टेशन पर कार्गो ले जाने के इरादे से लॉन्च किया गया चीन का टेस्ट रॉकेट तकनीकी खराबी के बाद पृथ्वी की ओर लौट पड़ा। हालांकि, एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया जब इस रॉकेट का बड़ा हस्सा पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित होकर गिरने लगा। का करीब 30 मीटर लंबा और 5 मीटर चौड़ा हिस्सा लगभग 20 मीट्रिक टन का था। माना जा रहा है कि पिछले 30 साल में पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित होकर लौटने वाला यह सबसे बड़ा ऑब्जेक्ट था। इससे पहले 1991 में करीब 39 टन का सोवियत यूनियन स्पेस स्टेशन Salyut ऐसे ही आ गिरा था।
जलते हुए नीचे आया
US स्पेस फोर्स के 18वें स्पेस कंट्रोल स्क्वॉड्रन के मुताबिक यह हिस्सा सोमवार को अफ्रीका के पश्चिमी तट पर अटलांटिक महासागर में आ गिरा। हालांकि, नीचे आने के साथ ही इसके ज्यादातर हिस्सों को आग लग गई और सिर्फ कुछ टुकड़े ही जमीन पर लौट सके। चीन ने इसे 5 मई को लॉन्च किया था। इसे चीन के स्पेस स्टेशन तक मॉड्यूल्स लॉन्च करने के लिए डिजाइन किया गया था।
अटलांटिक में गिरा मलबा
एयरोस्पेस कॉर्प के मुताबिक NASA जैसी स्पेस एजेंसियां ऑब्जेक्ट्स की वायुमंडल में री-एंट्री को गाइड करती हैं ताकि इन्हें आबादी वाले इलाकों में बरसने से रोका जा सके। हालांकि, एक मिनट की भी देरी से करीब 300 मील का अंतर हो सकता है। इस केस में भी खुशकिस्मती यह रही कि जमीन तक पहुंचने वाला मलबा भी अटलांटिक में जा गिरा।
2022 तक स्पेस स्टेशन का इरादा
चीन ने इस साल मार्च में बताया था कि वह बिना क्रू के एक्सपेरिमेंटल स्पेसक्राफ्ट लॉन्च करेगा ताकि भविष्य में स्पेस स्टेशन के लिए ऐस्ट्रनॉट्स को लाया- ले जाया जा सके। चीन 2022 तक मल्टी-मॉड्यूल स्पेस स्टेशन तैयार करना चाहता है। इससे पहले चीन ने एक एक्सपेरिमेंटल स्पेस स्टेशन लॉन्च किया था जो क्रैश हो गया था।