पाक ने भारतीय राजनयिक को तलब किया
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शुक्रवार को हुए संघर्षविराम का ठीकरा भारत पर फोड़ दिया है। पाक ने भारतीय सेना पर संघर्ष विराम उल्लंघन का आरोप लगाया है और इसका विरोध दर्ज कराने के लिए शनिवार को भारत के एक सीनियर राजनयिक को तलब किया है। वहीं, शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की तरफ से हुई फायरिंग में तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे और शनिवार सुबह इनमें से दो जवानों ने दम तोड़ दिया।
भारत पर लगाया आरोप
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) ने एक बयान में दावा किया कि भारतीय सैन्य बलों ने शुक्रवार को हाजीपीर और संख सेक्टरों में संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। कार्यालय ने कहा, ‘भारतीय सैन्य बल एलओसी और कामकाजी सीमा पर मोर्टार और स्वचालित हथियारों से असैन्य आबादी वाले इलाकों को निशाना बनाते रहे हैं।’ विदेश कार्यालय ने यह भी दावा किया है कि 2020 में भारत ने अब तक 940 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। उसने दावा किया कि शुक्रवार को बिना किसी उकसावे के भारतीय सैन्य बलों द्वारा की गई गोलीबारी में 30 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई।
पहले भी किया था तलब
इस हफ्ते यह दूसरा मौका है, जब पाकिस्तान ने किसी भारतीय राजनयिक को तलब किया है। इससे पहले पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों के नियंत्रण रेखा के पास कथित तौर पर की गई गोलीबारी में एक पाकिस्तानी सैनिक और दो आम आदमियों के मारे जाने की घटना पर गुरुवार को भारतीय मिशन के प्रभारी को तलब कर अपना विरोध दर्ज कराया था।
भारत ने दिया था जवाब
वहीं भारत के रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया था कि 1 मई 2020 को पूर्वाह्न लगभग तीन बजकर 30 मिनट पर पाकिस्तानी सेना ने बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा से लगे रामपुर सेक्टर में अकारण संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान की ओर से हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई थी। शाम लगभग सात बजे पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के मनकोटे सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास छोटे हथियारों और मोर्टार से गोलाबारी की थी।