US में मौत का आंकड़ा 50 हजार पार पहुंचा
कोरोना वायरस ने अमेरिका भी भयानक तबाही मचाई है और शुक्रवार को मरने वालों का आंकड़ा 50 हजार के पार पहुंच गया। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि ये मौतें करीब 2 महीने के भीतर हुई हैं। यह अमेरिका के 100 साल से ज्यादा वक्त की सबसे बड़ी तबाही है जब इतनी बड़ी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। महाशक्ति अमेरिका जहां वायरस के प्रसार को रोकने में नाकाम रहा है, वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इकॉनमी बचाने के लिए लॉकडाउन हटाने के पक्ष में हैं। रिपब्लिकन शासित राज्यों में लॉकडाउन खुलने लगे हैं जबकि न्यूयॉर्क सहित अन्य डेमोक्रैटिक राज्य लॉकडाउन पर अड़े हुए हैं।
32 करोड़ की आबादी वाले इस देश में मृतकों की संख्या 50,939 हो गई है जबकि कुल 8.94 लाख पॉजिटिव केस है। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि इनमें से 90,201 रिकवर हो गए हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के 27 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। एक तिहाई मामले अकेले अमेरिका से ही है। अब तक पूरी दुनिया में 1.9 लाख लोगों की मौत कोविड19 महामारी ने ले ली है।
ट्रंप हैं परेशान, दे रहे अजीब निदान
कोरोना को रोकने में राष्ट्रपति ट्रंप के सारे हथियार फेल दिख रहे हैं और वह शायद इसी हड़बड़ाहट में वह ऐसे-ऐसे उपाय बता रहे हैं जो किसी के गले नहीं उतर रही। पहले उन्होंने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई का सुझाव दिया, जबकि वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना इलाज इसके कारगर होने के कोई सबूत नहीं हैं। अब वह अल्ट्रावायलट किरण से कोरोना इलाज की बात कर रहे हैं। दरअसल, ट्रंप के मंत्री बिल ब्रायन ने बताया था कि धूप और नमी से वायरस खत्म हो रहा है।
इसके बाद ट्रंप ने कहा, ‘मान लेते हैं कि हम शरीर को ऐसे ही अल्ट्रावायलट या पावरफुल लाइट से स्ट्राइक करें, और आपने कहा कि अभी इसे चेक नहीं किया गया है, और मैंने कहा कि लाइट को शरीर के अंदर पहुंचाया जाए, स्किन या किसी और रास्ते से और आपने कहा कि आप उसे टेस्ट करेंगे, यह काफी रोचक है।’ ट्रंप के इस इलाज को वैज्ञानिकों ने खारिज कर दिया है।