सबसे बड़े मुस्लिम मुल्क में रमजान पर सख्ती
दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में रमजान की तैयारी शुरू होने के साथ ही राजधानी जकार्ता में सामाजिक पाबंदियों का विस्तार कर दिया गया है। जकार्ता के गवर्नर एनीज बस्वेदान ने बताया कि गुरुवार को खत्म होने वाली पाबंदियों को 22 मई तक बढ़ा दिया गया है। जकार्ता में बुधवार तक संक्रमण के 3,383 मामलों की पुष्टि हुई जिनमें से 301 लोगों की मौत हो चुकी है।
जकार्ता के गवर्नर बस्वेदान ने बुधवार देर रात एक संवाददाता सम्मेलन में मुस्लिमों से कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए रमजान के दौरान मस्जिद से संबंधित गतिविधियों को स्थगित करने का अनुरोध किया। इस्लाम के पवित्र महीने रमजान की शुरुआत शुक्रवार को हो सकती है जो चांद के दिखाई देने पर निर्भर करेगा।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने पिछले महीने स्वीकार किया था कि सरकार ने दहशत को रोकने के लिए देश में कोरोना वायरस फैलने के बारे में जानकारी छिपाने का फैसला किया था। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों में देरी और कम संख्या में जांच होने से इस संक्रामक रोग के बड़े पैमाने पर फैलने का डर पैदा हो गया है।
देशभर में कोरोना वायरस के 7,418 मामले
बस्वेदान राष्ट्रपति के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं और उन्होंने इस वायरस के केंद्र बने जकार्ता में सख्त पाबंदियां लागू करने की मांग की है। पूरे देशभर में कोरोना वायरस के 7,418 मामले सामने आए हैं और 635 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने बुधवार को अपने रमजान संदेश में कहा, ‘यह निश्चित तौर पर बहुत ही अलग रमजान होगा। कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए उठाए कदमों से स्वाभाविक तौर पर कई सामुदायिक गतिविधियां प्रभावित होंगी।’
उन्होंने कहा कि रमजान सबसे कमजोर लोगों को सहयोग देने के लिए है। गुतारेस ने मुस्लिम विश्व में सरकारों और लोगों की प्रशंसा की जो आतिथ्य सत्कार और उदारता की सर्वोच्च इस्लामिक परंपरा का पालन करते हुए संघर्षरत क्षेत्रों से भागने वाले लोगों की मदद करके अपने धर्म का अनुसरण करते हैं। उन्होंने कहा कि यह इस दुनिया में एक उल्लेखनीय सबक है जहां रक्षा की बाट जोह रहे जरूरतमंद लोगों के लिए कई दरवाजे, कोविड-19 से पहले ही बंद कर दिए गए।