स्मैक कारोबार का था प्लान, खेप खरीदने छापे नोट
ग्वालियर. कर्ज बढ़ गया तो उसे उतारने के लिए युवक स्मैक स्मगलिंग का प्लान बनाया, और स्मैक की खेप खरीदने नकली नोट छापने की गैंग बना डाली. गैंग ने देखा कि नोट बंदी के बाद सबसे ज्यादा डिमांड 100 के नोटों की हो गई है, लिहाजा इसी के नकली नोट सबसे ज्यादा छापे. नोट खपाने की ट्रायल के दौरान ही गैंग का एक सदस्य पकड़ा गया, और गिरोह का पर्दाफाश हो गया.
ये है मामला….
– ग्वालियर के हजीरा इलाके में 5 दिन पहले नकली नोटों के साथ पकड़े युवकों के मास्टर माइंड को पुलिस ने रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया.
– पकड़े गए युवकों ने पूछताछ में खुलासा किया कि नोट बंदी के बाद 100 रुपए के नोट की डिमांड बढ़ी देखकर उन्होंने नकली नोट छापकर बाजार में खपाने का प्लान बनाया था.
– गिरोह ने एक कलर प्रिंटर खरीदकर नोट छापना शुरू कर दिया. नोट बाजार में खपाने की ट्रायल के लिए बीते मंगलवार एक साथी को भेजा गया, लेकिन वह पहली ही ट्रायल में पकड़ा गया.
– गिरोह की योजना थी कि छापे गए नकली नोट शहर से बाहर मंडी जैसी जगहों पर खपाए जाएंगे, जहां जल्दबाजी में डील होती है.
– गिरोह ने योजना बनाई थी कि कोई बड़ी डील कर सामान लेकर फरार होने का षडयंत्र बनाया था.
– इस कमाई से स्मैक की खेप खरीदकर गैंग इस धंधे में जुट जाने की योजना बना रही थी.
– गौरतलब हे कि इनके साथी टिंकू उर्फ आशुतोष शर्मा व पवन बाथम को पुलिस पहले ही पान की दुकान पर नकली नोट खपाते हिरासत में ले चुकी है.
– बल्लू व मोती इससे पहले भी स्मैक बेचते पकड़े जा चुके थे, साथ ही बल्लू पर चोरी के मामले भी दर्ज बताए गए हैं.
कर्ज उतारने बनाया फेक करेंसी गिरोह
– गिरोह के मास्टरमाइंड प्रेमनारायण उर्फ बल्लू नाई ने अपने ऊपर बढ़े हुए कर्ज को उतारने के लिए ये प्लान बनाया था.
– रतलाम निवासी बल्लू नाई ने पूछताछ में बताया कि कर्ज उतारने के लिए वह रतलाम के मोतीलाल के साथ मिलकर स्मैक का कारोबार करना चाहता था.
– स्मैक की बड़ी खेप खरीदने के लिए नकली नोट छापने का प्लान बनाया , और गैंग के साथ काम सुरू कर दिया.
– गैंग में शामिल पवन बाथम फोटोग्राफर था और कंप्यूटर का काम अच्छा जानता था. इसलिए नोट स्केन कर प्रिंट निकालने की जिम्मेदारी उसे दी गई थी.
– पवन जानता था कौन सा कागज ठीक नोट की तरह आवाज करता था, उसीने आवाज और वजन मैच करने वाला कागज खरीदा.
– गिरोह ने हूबहू असली जैसा नकली नोट छापने के लिए कलर से लेकर साइज, वजन और बाकी मेजरमेंट्स का ध्यान रखा था.
– नोट छपाई के लिए कलर्स भी खरीदे थे. नोट के बराबर वजन बनाए रखने के लिए साइंटिफिक वेइंग मशीन भी खरीदी थी.
– गिरोह ने 100 का नोट ही सबसे ज्यादा छापा कुछ नोट 500 के भी छापे लेकिन बाद में इन्हें छापना बंद कर दिया.
मास्टरमाइंड की प्रेमिका भी शामिल
– मास्टरमाइंड बल्लू नाई ने दो शादियां की हैं, पहली पत्नी गांव में रहती है, और दूसरी प्रिंयंका ग्वालियर के आनंदनगर में रहती है. जो बल्लू की तलाश शुरू होते ही गायब हो गई है.
– पुलिस को आशंका है कि प्रियंका बल्लू की प्रेमिका है, और उसके हर कारोबार में शामिल है.
– प्रियंका को तलाश किया जा रहा है, पुलिस को उम्मीद है कि उसके पकड़े जाने से प्रदेश भर में फैले बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है.
अब तक करीब 2 लाख रुपए के नकली नोट बरामद
– गिरोह के मास्टर माइंड बल्लू उर्फ प्रेमनारायण नाई और मोतीलाल यादव निवासी निपानियां रतलाम के कब्जे से 48 व 45 हजार रुपए के 100 रुपए के नकली नोटों की गड्डियां बरामद की हैं.
– चारो आरोपियों के पास से पुलिस ने रविवार को 1 लाख 82 हजार 700 रुपए, प्रिंटर, स्याही, कंप्यूटर, स्केनर, कटर व कागज बरामद किया है. इनमें से दो गड्डियों में नोट एक ही सीरियल नंबर के पाए गए.
– वारदात का खुलासा कर पूरी गैंग को पकड़ने वाले TI एसएस सिकरवार, ASI उम्मेद सिंह, उदयवीर सिंह, कॉन्सटेबल कमल वर्मा, भरत, राहुल राजावत, कमल परिहार औऱ टीम को 10 हजार रुपए का इनाम भी दिया गया है.