नोटबन्दी के 36 दिन बाद भी बैंक में नोट नहीं
जबलपुर. नोटबन्दी के 36 वें दिन के बाद भी परेशांन जनता के सामने आये दिन बैंक कर्मियों के नये -नये नखरे देखने को मिल रहे है कभी बैंक में कैश की किल्लत का हवाला देकर ग्राहकों को उलटे पैर लौटना पड़ता है तो कभी विड्रॉल में भरे आरबीआई द्वारा निर्देशित 24 हजार रूपये की जगह 10हजार थमा दिए जाते है.
जिसके चलते लोगों को अभी तक रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने में बड़ी परेसानी जा रही है ऐसा ही मामला शुक्रवार के दिन देश की सबसे बड़ी बैंक कहि जाने वाली सिहोरा की मुख्य साखा एस बी आई में आया जिसमें नोटबन्दी के बाद पहली दफा बैंक से पैसे निकलवाने गए सुरेन्द्र मिश्रा को घण्टों लाईन में लगने के बाद इनसे ये कह दिया गया की आपको मात्र दस हजार रूपये ही दिए जाएंगे.
इसपर मिश्रा ने मेनेजर से बात करनी चाहि लेकिन मेनेजर ने सुरेन्द्र मिश्रा से सीधे बात तक करना पसंद नहीँ समझा वहीँ खड़े बैंक के अन्य कर्मचारी ने मिश्रा से बत्तमिजजी से बात करते हुए गाड को बुलाकर बैंक के बाहर निकाल दिया.
जिसपर आक्रोशित कांग्रेसी कार्यकर्ताओँ ने हंगामा मचाते हुए बैंक मेनेजर को घेर लिया और मेनेजर से आरबीआई के निर्देसानुसार सभी ग्राहकों को 24 हजार देने की मांग की है साथ ही बैंक में केश है या नहीँ आज कितने पैसे ग्राहकों को दिए जायेंगे इस तरह की सूचना बैंक के बहरी दीवाल में लगाने की मांग की है ताकि लोगों को दिक्कत परेसानियो का सामना करना न पड़े.
वहीँ नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अमोल चोरसिया के द्वारा भारतीय स्टेट बैंक मैंन ब्रांच सीहोरा (जबलपुर) में ब्रांच मेनेजर द्वारा चेहरा देखकर पैसे देने एवं आम नागरिको को पैसे कम होने का हवाला देकर लौटाते हुए,का आरोप लगाया है साथ ही बताया गया की ये हाल नगर की सभी बेंको के है जिनमे जल्द सुधार किया जाये अन्यथा कांग्रेसियों कार्यकर्ताओँ द्वारा बैंक के बाहर तम्बू लगाकर धरना प्रदर्शन किया जायेगा इस अवसर पर कांग्रेश के ब्लाक अध्यक्ष बाबा कुरैशी, सुरेन्द्र छुटटु मिश्रा ,जीतेन्द्र श्रीवास्तव,पार्षदआलोक पाण्डेय,सचिन श्रीवास्तव,समीर तिवारी, मोंटी पुष्पराज गर्ग सामिल रहे.
एस बी आई मैनेजर-अनुराग साह सिहोरा का कहना है -बैंक में कैश की कमी है अभी तो दस हजार ही दे पा रहे है ऊपर से कैश ज्यादा आ जायेगा तो 24 हजार देंगे.