राहुल के ट्वीट करते ही शिवेसना सरेंडर
नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन बिल लोक सभा में तो पास हो गया है. लोक सभा में इस बिल को पास करने को लेकर भाजपा का उसके सहयोगी दलों ने भी साथ दिया है. इसमें शिवसेना भी शामिल है. लोकसभा में इस बिल के समर्थन में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े. कांग्रेस और कुछ दूसरे विपक्षी दलों ने इसका जम कर विरोध किया लेकिन संख्या बल के आधार पर इस बिल को लोकसभा ने पास कर दिया. राहुल गाँधी ने कहा नागरिकता संशोधन बिल संविधान पर हमला है.
राहुल गाँधी ने कहा नागरिकता संशोधन बिल संविधान पर हमला है. इसके बाद लोकसभा में इस बिल को लेकर सरकार का समर्थन करने वाली शिवसेना राज्यसभा में विधेयक का समर्थन करने के लिए शर्त रख दी. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि नागरिकता विधेयक में स्पष्टता के बगैर शिवसेना राज्यसभा में इसका समर्थन नहीं करेगी। जानकर शिवसेना के इस एक्ट को कांग्रेस के सामने सरेंडर भी बता रहे है.
जानकारों की माने तो लोकसभा के शिवसेना द्वारा सरकार के पक्ष में वोट करने से राहुल गाँधी नाराज हो गए थे जिसके बाद उन्होंने एक ट्वीट कर नागरिकता संशोधन बिल को संविधान पर हमला बता दिया जिसके बाद से शिवसेना ने इस बिल को लेकर अपना मन बदल लिया है. इधर महाराष्ट्र में शिवसेना की सहयोगी पार्टी एनसीपी ने कहा कि हमेशा सभी मुद्दों पर समान विचार रखना संभव नहीं है। हम दो अलग-अलग पार्टियां है। राज्य में शासन की बात करें, तो हमारे बीच कुछ मुद्दों पर सहमति है।
इधर इस बिल को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट कर अपना गुस्सा निकला. अखिलेश ने लिखा ना किसान की आय दुगनी हुई, ना गंगा साफ़ हुई, ना अर्थव्यवस्था में सुधार लाए, ना काला धन वापस लाए, ना नौकरियाँ लाए, ना बेटियों को बचा पाए, ना विकास कर पाए, मैंने पहले कहा था: इनकी राजनीति ध्यान हटाने और समाज बाँटने की है. यह बिल भारत का और संविधान का अपमान है।