इंदिरापुरम एक्सटेंशन में प्लॉटिंग करने से पहले जीडीए ने शुरू करवाया टोटल स्टेशन सर्वे
B- 70 एकड़ जमीन पर इंदिरापुरम एक्सटेंशन को किया जाएगा विकसित
– एक सप्ताह बाद शुरू होगा लेआउट का काम B
Bवरिष्ठ संवाददाता, गाजियाबादB
इंदिरापुरम एक्सटेंशन को विकसित किए जाने से पहले जीडीए ने टोटल स्टेशन सर्वे करवाने का काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर इसकी पूरी रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद ले-आउट बनाने का काम शुरू होगा। अधिकारियों ने बताया कि कनावनी मोइनुउद्दीनपुर में 70 एकड़ एरिया के अंदर इंदिरापुरम एक्सटेंशन को विकसित किया जाएगा। इसमें 200 से लेकर 350 वर्ग मीटर के भूखंड के अलावा ग्रुप हाउसिंग के भूखंड होंगे। जीडीए के अधिकारियों का कहना है कि अभी ग्रुप हाउसिंग को लेकर जीडीए का अनुभव बहुत अच्छा नहीं है। इसलिए छोटे प्लॉट को काटकर बेचा जाएगा। यहां पर 5 फीसदी एरिया पर कमर्शल भूखंड के साथ ही सामुदायिक कार्य के लिए भूखंड को काटा जाएगा। जिससे इस योजना को पूरी तरह से विकसित किया जा सके। अधिकारी बताते हैं कि यहां पर पार्किंग के साथ चार मंजिल बनाने की अनुमति मिलती है लेकिन इंदिरापुरम एक्सटेंशन में ऐसा नहीं होगा। यहां पर केवल एकल यूनिट के भवन बनाने की अनुमति दी जाएगी।
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यह था विवादB
जीडीए 2005 में इंदिरापुरम विस्तार के लिए मोइनुउद्दीनपुर कनावनी में 229.53 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया था। लेकिन मुआवजे के रेट को लेकर 30 से अधिक लोगों ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी। मामला कोर्ट में चलता रहा है। नए भूमि अधिग्रहण के रेट के तहत यदि जीडीए जमीन का अधिग्रहण करता है तो उस पर अधिक भार हो जाएगा, जीडीए की आर्थिक स्थिति को देखते हुए भुगतान करने की स्थिति नहीं बन पाएगी। जीडीए ने इस संबंध में सचिव संतोष राय की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय कमिटी का गठन किया। कमिटी ने फैसला किया है कि जो जमीन विवादित है उसे डिनोटिफाई कर दिया जाए। लेकिन जो जमीन विवादित नहीं है उसे जीडीए विकसित करने के लिए तैयारी करे।
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ऐसे होता है टोटल स्टेशन सर्वेB
सीएटीपी आशीष शिवपुरी ने बताया कि इस सर्वे को सेटेलाइट से किया जाता है। इसमें पूरे एरिया के खंभे, नाले, सड़क, निर्माण समेत अन्य सभी जानकारी मिल जाती है। इसके बाद ही इसका लेआउट प्लान तैयार किया जाएगा।
Source: Uttarpradesh